कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद की उस टिप्पणी ने विवाद खड़ा कर दिया, जिसमें उन्होंने देश को कथित तौर पर बांटने को लेकर आईएसआईएस और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को एक ही कतार में खड़ा करने का प्रयास किया। इस पर आज राज्यसभा में काफी हंगामा हुआ।
भाजपा ने आतंकी संगठन आईएसआईएस के साथ आरएसएस की तुलना करने वाले कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद की टिप्पणी पर कांग्रेस से माफी मांगने की मांग की है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने राज्यसभा में कहा कि इस बयान से कांग्रेस पार्टी आईएसआईएस जैसे संगठन को सम्मान प्रदान कर रही है।
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद के बयान की निंदा करते हुए संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने राज्य सभा में कहा कि कांग्रेस को इस मामले पर माफी मांगनी चाहिए।
उधर, कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने राज्यसभा में सफाई दी और कहा कि उनके बयान को ग़लत तरीके से समझा गया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने आईएसआईएस और आरएसएस की तुलन नहीं की है।
हालांकि, वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि आजाद साहब एक गंभीर नेता हैं और जाने-अनजाने में उनसे ग़लती हो गई है। बीजेपी के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने आजाद के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा कि यह उनके मानसिक दिवालियेपन को दिखाता है। उनको माफी मांगनी चाहिए या फिर सोनिया गांधी को उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।