जीरकपुर, 10 नवंबर, 2016: हरमिलाप नगर फेज -1 में चल रहे सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन गुरूवार को बाल गोपाल भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। जन्मोत्सव में वृद्ध आश्रम सेक्टर 15 पंचकुला से आए बुजुर्गों ने भी आनंद मनाया, जन्म होते ही भक्त जमकर झूमे। जिसे की सुंदर झांकियों के माध्यम से प्रस्तुत किया गया। लड्डू गोपाल के जन्म होने पर भक्तों को माखन मिश्री का प्रसाद वितरित किया गया।
कथा का वाचन परम पूज्य श्री गोपाल भइया जी महाराज (श्री धाम वृन्दावन) ने श्री कृष्ण भगवान की जन्म कथा, पूतना वध, शकटासुर, तृणावर्त उद्धार, गोकुल लीला माखन चुराना, वृंदावन जाकर कंस द्वारा भेजे हुए राक्षसों का उद्धार करना, कालिया नाग का उद्धार , ब्रह्मा जी का मोह भंग लीला, गोवर्धन लीला, श्रीकृष्ण जन्म की लीला का मनोहारी वर्णन किया।
श्री गोपाल भइया जी महाराज ने बताया कि जो प्राणी पहले चार दिन की कथा आदि नहीं सुन पाया हो और वह भगवान की बाल लीलाएं ही सुन ले तो वह प्राणी सभी पापों से मुक्त हो जाता है। वह भागवत कथा का पूर्ण पुण्य पा लेता है पहले चार दिन की तपस्या का ही फल इस दिन प्राप्त होता है। श्रीमदभागवत कथा मनुष्य के जीवन में सुखों का संचय करने वाली होती है। पूरे मनोयोग के साथ कथा श्रवण मात्र से मनुष्य के जीवन में चमत्कारिक परिवर्तन हो सकते हैं। श्रीमद भागवत में तमाम एसी कथाएं हैं जो हमें प्रेरणा देती है और कलयुग में जीवन को कलात्मक ढंग से जीने का मार्ग प्रशस्त करती है। भक्तों ने आरती की।