ललित मोहन; 31 मई को रुद्रपुर शहर में , सांस्कृतिक संस्था उजास व पीपुल्स फ्रेंड ने, स्थानीय बी आर सी सभागार में एक संगोष्ठी का आयोजन किया. अक्सर उधम सिंह नगर नामक इस शहर में कार्यक्रमों के नाम पर शोर शराबे या अपार पैंसे का प्रदर्शन होता रहता है. परन्तु इस कार्यक्रम में सादगी पर समर्पित, रुद्रपुर के बुद्धिजीवियों के अलावा राजस्थान और मध्य प्रदेश से भी विचारक पधारे. संगोष्ठी का विषय सूचना का प्रावाह, मिथक और यथार्त था. मुख्य अतिथि, उत्तराखण्ड मुक्त विश्वविद्यालय में पत्रकारिता विभाग के अध्यक्ष डॉक्टर गोविन्द सिंह ने, पत्रकारिता के इतिहास पर एक नज़र डालते हुए, विभिन्न स्थानों पर पत्रकारिता के दौरान हुए अपने अनुभवों को सुनाया. उन्होंने कहा भारत में आज की पत्रकारिता अमेरिका का अनुसरण करते हुए,18 से 33 साल के लोगों के लिए की जा रही है. सम्पादकीय में बाजार का बढ़ता हुआ प्रभाव भी इसी नीति का परिणाम है. पंतनगर विश्वविद्यालय के प्रो. भूपेश कुमार सिंह ने कहा कि आज मीडिया उद्योग का रूप ले चुका है. विशिष्ठ अतिथि जयपुर के पत्रकार संजीव माथुर में कहा कि अब कुछ नहीं हो सकता, यह कहने की प्रवर्ति गलत है. जो खबरें परोसी जाती हैं उन्हें नकारने का विकल्प पाठक के पास है. मीडिया समाज से बाहर नहीं है. खंडवा, मध्य प्रदेश से आये पत्रकार मिथिलेश मिश्र ने आश्यपूर्ण और खुद के भ्रम में निर्मित होने वाले मिथकों के बारे में बताया. डॉक्टर शंभू दत्त पाण्डे ‘शैलेय’ , नबी अहमद मंसूरी, मुकुल , बी सी सिंघल, कस्तूरी लाल तागरा, राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता, ललित सतीआदि ने भी अपने विचार रखे.
इससे पहले 30 मई की रात, फ़िल्म ‘पान सिंह तोमर’ देखी गई. इस मौके पर नवोदित फ़िल्म अभिनेता सुवीर गोस्वामी, अयोध्या प्रसाद भारती, खेमकरण सोमन, नरेश,देवेन्द्र दीक्षित, अरविन्द सिंह,प्रकाश भट्ट, ललित राठौर, राजेन्द्र प्रसाद गुप्ता, मनीष ग्रोवर, मदन पाल, अमर सिंह मौजूद थे.