सुरेश ब्रह्म भट्ट : ये सन्देश अप लोगों तक आल इंडिया ब्रह्म भट्ट जाग्रति मंच से आप लोगों का सेवक सुरेश ब्रह्म भट्ट रक्त दान के बारे में जानकारी हेतु भेज रहा है उम्मीद है इससे बहुत से लोगों को शिक्षा तो मिलेगी ही साथ साथ खून दान के लिए भी प्रेरित भी होंगे क्योंकि कुछ लोग खूनदान करने से डरते है पता नहीं क्या हो जायेगा अगर हमने खूनदान कर दिया तो कमजोरी आ जायेगी जबकि ये सब गलत भ्रान्ति है खून २४ घंटे के भीतर ही शरीर में पूरा हो जाता है ये प्राकृतिक प्रकिर्या है जिसको कोई जुठला नहीं सकता ! स्वेच्छिक रक्त दान एक मानव को दूसरे मानव को अनमोल तोहफा है खून दान महा दान और महा कल्याण हर जरुरत मंद मरीज को सवच्छ व सुरक्षित खून ठीक समय व पर्याप्त मात्र में पहुंचे बहुत ही सौभाग्य कि बात है और जो इन्शान इस कर्ज में योगदान देते है वो इन्शान बहुत ही महान है ! अच्छे डाकटरों व दवाइयों के साथ – साथ जान बचने के लिए खून कि अवसयकता पड़ती है जो कि एक मानव का खून ही दूसरे मानव का काम आ सकता है और सुरक्षित खून का एकमात्र स्रोत यही है !अप सब लोग नियमित खूनदान करके कई जीवन बचा सकते है रक्त व रक्तदान के संबधी जानकारी हम इस सन्देश के माध्यम से अप तक पहुंचा रहे है !अप सब लोगों से गुजारिश है इस सन्देश को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाएं !
रक्त क्या है ???
ये हमारे शरीर का लाल रंग का एक तरल पदार्थ होता है जिसे रक्त कहते है शरीर में इसकी मात्र ५-से ६ लीटर होती है !
रक्त के कार्य :
रक्त फेफड़ों से आक्सीजन लेकर और पाचन पथ से पोषक तत्तवों को ग्रहण करके शरीर कि विभिन्न कोशिकाओं तक पहुंचता है !
शरीर से विषैले पदार्थों जैसे कार्बन डाइआक्साइड (CO2 )आदि तत्वों को फेफड़ों और गुर्दों के माध्यम से बहार तक निकालता है !शरीर में हार्मोनस व अन्य पदार्थों को लेन से जेन का काम करता है सरीर कि प्रतिरोधक क्षमता भी खून कि सफ़ेद कणिकाओं द्वारा पर्दान कि जाती है !
रक्त के भाग :
रक्त के मुख्या रूप से ४ भाग है
१ लाल रक्त कणिकाएं २ स्वेत रक्त कणिकाएं ३ प्लेटलेट्स ४ प्लाज्मा
लाल रक्त कणिकाएं :– ये कणिकाएं फेफड़ों से आक्सीजन लेकर सरीर के सभी अंगो तक पहुंचती है और कार्बनडाइआक्साइड जैसे विषैले तत्वों को बाहर निकलती है !इनका पर्योग रक्त कि कमी वाले मरीजों पर होता है !
स्वेत रक्त कणिकाएं :–यह हमरे शरी को रोगों व अन्य संक्रमण से बचाव करती है
प्लेटलेट्स ::—–चोट इत्यादि लगने से ये कणिकाएं खून के बहाव को रोकती है !इनका पर्योग डेंगू जैसी खतरनाक बीमारी के मरीजों के लिए किया जाता है
प्लाज्मा ;;;——यह रक्त का वेह तरल भाग है जो पोषक तत्तवों को शरीर के विभिन्न अंगो तक पहुंचता है !
रक्तदान उपरांत देखभाल :—१०-१५ मिनट्स आराम करें ! खूब तरल मात्र में जैसे लस्सी निम्बू पानी नरियलपानी , आदि का सेवन करें !यदि रक्त बेह रहा हो तो बाजु को ऊपर करके ५ मिनट्स तक दबाये रखें कुछ घंटो तक भरी सामान न उठाये आधे घंटे तक वाहन न चलायें !२४ घंटे तक भरी व्यायाम कशरत न करें !रक्तदान करने से दर्द नहीं होता ना ही किसी भी पार्कर कि कमजोरी आती बल्कि खूनदान करने से तो सरीर में नए रक्त का स्नैचर होता है जिससे कि डोनर तरोताजा महशुश करता है कुछ देर आराम करने के बाद अप तुरंत अपने दैनिक कार्यों पर जा सकते है ! एक बात ध्यान रखने योग्य है कि खली पेट रक्तदान कभी ना करें रक्तदान करने से पहले कुछ हल्का फुल्का खा पी जरुर लें ! ( सुरेश ब्रह्म भट्ट ( प्रेजिडेंट ) आल इंडिया ब्रह्म भट्ट जाग्रति मंच चंडीगढ़)