पंडित नीरज मिश्रा : आप जब छोटे थे तो मिली सेंटी डेसी ग्राम डेका हेक्टो किलो याद किया करते रहे होंगे। थोड़े बड़े हुए होंगे तो हेक्टेयर और एकड़ के बारे में जाना होगा। क्या आपने अपने पिता जी लोगो से कभी पूछा की पहले खेतों को, जमीनों को किस मात्रा में (यूनिट) में नापते थे? आज मै बताता हूँ उन यूनिट्स के बारे में। ये है बीघा, बिस्वा, बिस्वान्सी, अनवान्सी और कचवान्सी….
बीस कचवान्सी होते हैं एक अनवान्सी के बराबर, बीस अनवान्सी एक बिस्वान्सी के बराबर, बीस बिस्वान्सी एक बिस्वा के बराबर और बीस बिसवा मिलकर होते हैं एक बीघा।
जैसे हम लोग पटरी और फीता रखते हैं नापने के लिए वैसे ही धूर, अंगुल , हाथ और लाठा जैसे मात्रक प्रयोग किये जाते थे। जमीन के मामले में सबसे ज्यादा उपयोग किया जाता था लाठा। एक लाठा पहले 96 इंच का हुआ करता था पर बाद में इसे 94 इंच का कर दिया गया। एक वर्ग लाठा ही होता है एक बिस्वान्सी। मतलब बीस वर्ग लाठा होगा एक बिसवा के बराबर।
जो लोग हेक्टेयर और एकड़ की जानकारी रखते हैं वे जाने की 0.0114 हेक्टेयर होता है एक बिसवा के बराबर, जबकि एक हेक्टेयर 2.471 एकड़ के बराबर होता है। ये मात्राए विशेषतः उत्तर प्रदेश के पुर्वाञ्चल के इलाके में प्रचलित थी और बच्चो के पाठ्यक्रम में भी शामिल थी। अन्य जगहों पर कुछ और मात्राएँ जैसे मंडा आदि प्रयोग करते है। अगर आपको इन मात्राओ की बेहतर जानकारी चाहिए तो आप अपने एरिया के लेखपाल से संपर्क कर सकते हैं।
तो अब से जब कभी भी बीघा और लाठा की बात होगी तो आप भी इससे अवगत रहेंगे।