अमेरिका में विश्वविद्यालयो में एडमीशन के फर्जीवाड़े का शिकार हुए 14 भारतीय छात्रो के मामले के बाद विदेश मंत्रालय ने इस मामले में एडवायजरी जारी की है। पिछले दिनों एअर इंडिया ने हैदराबाद एयरपोर्ट पर अमेरिका के दो विश्वविद्यालयों सिलिकॉन वैली यूनिवर्सिटी और नॉर्थवेस्टर्न पॉलीटेक्नीक यूनिवर्सिटी में प्रवेश लेने जा रहे छात्रों को विमान में चढ़ाने से मना कर दिया था।
दरअसल ये छात्र अमेरिका के इन दो विश्वविद्यालयों में प्रवेश लेने अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को जा रहे थे लेकिन बताया गया कि इनसे पहले इन दो विश्वविद्यालयों में प्रवेश लेने गए 14 विद्यार्थियों को अमेरिकी कस्टम एंड बॉर्डर प्रोटेक्शन एजेंसी ने अमेरिका के हवाई अड्डे पर उतरते ही लौटा दिया था।
अमेरिका की ये दोनों यूनिवर्सिटी अमेरिकी सरकार की विशेष निगरानी में हैं।
इस बीच भारतीय विदेश मंत्रालय ने अमेरिका जाने वाले छात्रों के लिए खास दिशा निर्देश जारी किया है जिसके मुताबिक फिलहाल छात्र अपनी यात्रा को रोक दें।
साथ ही छात्रों से ये भी कहा गया है कि इन दो विश्वविद्यालयों में एडमिशन लेने से पहले इनके बारे में अच्छी तरह से पूरी जानकारी हासिल कर लें।
छात्रों से ये भी कहा गया है कि वो यात्रा दस्तावेजों के साथ साथ अपने पास वहां रहने के लिए घर संबंधी सभी जरुरी दस्तावेज साथ ही आर्थिक मदद और सेहत से जुड़ी सभी तैयारियों को मुकम्मल कर के ही अमेरिका की यात्रा करें।
एयरपोर्ट पर उतरने के बाद यूएस इमिग्रेशन के अधिकारियों के साथ होने वाली पूछताछ के लिए तैयार रहने की हिदायत दी गई है।
इस बीच विदेश मंत्रालय ने कहा है कि उन्होंने यह मुद्दा अमेरिकी अधिकारियों के समक्ष नई दिल्ली और वॉशिंगटन में उठाया है।
हालांकि इस बीच मामले से जुड़े दोनों अमेरिकी विश्वविद्यालयों सिलिकॉन वैली यूनिवर्सिटी और नॉर्थवेस्टर्न पॉलीटेक्नीक यूनिवर्सिटी ने कहा है कि उन्हें ब्लैक लिस्ट नहीं किया गया है।
लेकिन दोनों विश्वविद्यालयों ने कहा है कि जो लोग एअर इंडिया से आना चाहते हैं वे फिलहाल अपनी यात्रा टाल दें।
साथ ही नॉर्थवेस्टर्न पॉलीटेक्नीक यूनिवर्सिटी ने एक बयान में कहा है कि उन्होंने अमेरिकी कस्टम अधिकारियों से बात की है।
यूनिवर्सिटी पर कोई रोक नहीं है। दरअसल पेरिस हमलों के कारण अमेरिका आने वाले सभी लोगों से कड़ी पूछताछ की जा रही है।