भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय सचिव श्री तरूण चुग ने याकुब मेमन को २२ साल केे बाद मिली फांसी की सजा को भारत मे स्वतन्त्र न्यायपालिका की जीत बताते हुये कहा कि मु6बई बम धमाको मे शहीद हुये २५७ परिवारो तथा हजारो घायलो के ज2मों पर भारत की न्यायिक प्रक्रिया ने मरहम लगाने का काम किया है। श्री चुग ने कहा कि याकुब की फांसी से चन्द घण्टे पहले रात दो बजे भी कुछ वकीलो द्वारा दायर की गई याचिका को भी जजो की बेन्च ने सुना तथा उसे निरस्त कर दिया। उन्होने कहा कि भारत को सो3ट स्टेट समझने वाले देशद्रोही तत्वो को स्पष्ट सन्देश दिया गया है कि भारत की एकता तथा अखण्डता को तोडऩे वाली ताकतो को हर तरी1के से मुंहतोड़ जवाब दिया जायेगा। श्री चुग ने भारतीय मीडिया विशेष रूप से इलै1ट्रोनिक मीडिया पर देश के आंतकवादी याबुब मेमन की फांसी की सजा घोषित होने के बाद मचे हाय तौबा पर टिप्पणी करते हुये कहा कि भारत मे हर किसी को अपनी बात रखने का मौलिक अधिकार है लेकिन उस अधिकार के साथ संविधान मे कर्तव्यो का भी उल्लेख किया गया है। श्री चुग ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा सभी प्रक्रियाये पुरी करने तथा राष्ट्रपति द्वारा दया याचिका दो बार ठुकराये जाने के बाद भी देश के तथाकथित धर्म निरपेक्ष लोगो ने हमेशा सुर्खिया बटोरने के लिए छदम धर्म निरपेक्षता के आवरण का सहारा लेकर देश भ1त ताकतो को नु1सान पहुंचाने का प्रयास किया है। श्री चुग ने कहा कि आज देश के लोकतनत्र के चारो स्त6भ विधायिका, न्यायपालिका, प्रशासनिक अधिकारी तथा मीडिया अपने दायित्वो को पुरी जि6मेवारी से निभा रहा है तथा हमारी यही ताकत हमारे देश की एकता अखण्डता मजबूत बनाने मे अपनी भूमिका निभाती है। श्री चुग ने कहा कि याकुब मेमन जैसे आतंकवादियो को मिली फांसी की सजा के खिलाफ मगरमच्छ के आंसू बहाने वाले तत्व वोट बैंक की राजनीति करके देश को कमजोर करने का कार्य कर रहे है। श्री चुग ने कहा कि एक आंतकवादी को छुड़वाने के लिए छदम धर्मनिरपेक्ष ताकतो ने न्याय प्रक्रिया की निष्पक्षता पर भी प्रश्न चिन्ह उठाने मे गुरेज नही किया बल्कि ऐसे प्रयास किये जैसे कि वो कोई बेगुनाहो की जान लेने वाला आंतकवादी न होकर अपितु एक धर्म विशेष से स6बन्धित हो। वही दुसरी ओर देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एंवम् गृहमंत्री श्री राजनाथ सिंह ने न्यायालय का स6मान करते हुए अविल6भ कारवाई कर विश्व को भारत की आंतकवाद के प्रति जीरो टालरैण्स का साबूत दिया है।