राष्ट्रीय किसान आंदोलन के प्रभारी (उत्तर भारत ) सुरेश भट् ने किसानो को अपनी गोबर की खाद बनाये जाने की सलाह दी है अगर हम गोबर की खाद खेत में डालने से बहुत सरे तत्व , और खेत के मितर कीड़े जो रशयनिक खाद और कीट नाशक से समाप्त हो जाते है मिटटी की खोयी हुयी ताकत वापिस आ सकती है जिनसे लगातार होने वाली बीमारियां मानव शरीर में काम होगी आज अगर -२०००० हजार कमाने वाला इन्शान ४षे ५ हजार रूपये तो डॉक्टर के पास जाने और दवा लेने में ही खर्च हो जाता है !आज मशीनी युग होने के कारन किसानो ने पशु पालन तक को छोड़ दिया है जिसके कारण बाजार में नकली दूध का उत्पादन जोरों पर है वही दूध आज किसान को भी पीना पद रहा है ,जबकि किसानो के लिए बहुत शर्म की बात है -हर किसान को गौ पालन करना चाहिए ,हर किसान को खेत में नीम के पेड़ लगाने चाहिए हर नीम के पेड़ पर गिलोय की बेल लगनी चाहिए ,और हर आँगन में तुलसी का पेड़ जरूर लगाना चाहिए ! हर किसान को अपने लिए हरी सब्जियां भी उगनी चाहिए और साथ ही ऑर्गैनिक खेती को अपनाएंगे तो हमें किसान को समृद्ध बनाने के लिए और अपने राष्ट्र को समृद्ध बनाने के लिए कोई नहीं रोक सकता –जय भारत जय किसान
मुझे फक्र है की में में राजीव भाई दिक्सित जी को जनता हूँ ,उनके द्वारा किये गए काम को में जनता हूँ ,लेकिन बहुत अफ़सोस है की आज वो हमारे बीच नहीं है ये बात और है की उनकी मृत्यु आज तक रहष्य बनकर रह गयी है !राजीव भाई दिक्षित जी की मौत है या मर्डर है आज तक नहीं पता लगा !आज हम, उनको सच्चे दिल से श्र्द्धांजलि देने के लिए एकत्रित हुए है ! हमें आज संकल्प लेना होगा की जिसके लिए में कविता की २-३ पंक्ति बोलता हूँ —-
अपने लिए खाद और बीज हम स्वयं बनाएंगे !
यूरिया खाद और कीट नाशक का प्रयोग नहीं दोहराएंगे
फशल चक्क्र अपना कर मिटटी को सर्वोच्च बनाएंगे !
अपनी ही जड़ी बूटियां पैदा करके हम जन जन पहुंचाएंगे!!
गोबर गैस का इस्तेमाल कर चूल्हा भी जलाएंगे !
सूर्य रौशनी से पैदा करके बिजली हम लाइट और फैन चलाएंगे !!
सुरेश भट्ट का है ये कहना आदर्श गाओं बनाएंगे
अपना बीज और अपना खाद उसी में है अपने देश का स्वाद
राजीव दिक्षित का ये सपना हम पूरा कर दिखलायेंगे
जय भारत जय किसान