हरियाणा प्रान्त के तरुणोदय शिविर के समापन की पूर्व संध्या पर बाबा सत्यनारायण मौर्य द्वारा प्रस्तुत भारत माता की आरती, देशभक्ति के गीत और नारों ने शिविर में उपस्थित युवाओ में उत्साह भर दिया |
बाबा जी ने मंच पर भारत माता, स्वामी विवेकानंद जी व भगत सिंह का चित्र एक मिनट से भी कम के समय में बनाये | संघ संस्थापक परमपूज्य डॉ. हेडगेवार जी का चित्र बनाकर बताया कि आज भारत की संस्कृति, सभ्यता और परंपरा जीवित है तो डॉ. हेडगेवार के जैसे भारत माता के पुत्रों के त्याग और तपस्या के कारण है | गीत-संगीत के इस ओजपूर्ण कार्यक्रम में बाबा सत्यनारायण मौर्य ने शिविरार्थियों को जहां स्वदेशी अपनाने का पाठ पढ़ाया, वहीं भारतीय संस्कृति पर लव जिहाद के बढ़े खतरे से भी आगाह किया | साथ ही स्व भाषा और अपनी बोली पर गर्व करने के लिए प्रेरित किया |
बाबा मौर्य ने युवाओं में जोश का संचार करते हुए कहा कि भारत ही वह देश है, जहां जन्म देने वाली, दूध देने वाली गाय और जीवनदायिनी गंगा और भरण पोषण करने वाली धरती को मां का दर्जा दिया जाता है | भारत ही वह देश है, जहां वतन पर मिटने वाले अमर संदेश छोडक़र जाते हैं | उन्होंने गीत गाते-गाते हर युवा को शहीद भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस और विवेकानंद जैसे महापुरुषों की राह पर चलने का पाठ भी पढ़ाया |