प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल नेनिम्नलिखित स्वीकृति दी हैं:
(ए)(i)विजय नगर, सांबा, जम्मू में1661 करोड़ रुपये की लागत से एम्स की स्थापना
(ii)अवंतीपुरा, पुलवामा,कश्मीर में 1828 करोड़ रुपये की लागत से एम्स की स्थापना
(iii) गुजरात के राजकोट में 1195 करोड़ रुपये की लागत से एम्स की स्थापना। तीनों एम्स प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (पीएमएसएसवाई) के अंतर्गत स्थापित किए जाएंगे।
(बी) तीनों एम्स के लिए 2,25,000 रुपये (निर्धारित) मूल वेतन में + एमपीए (बेतन+एमपीए 2,37,500 रुपये से अधिक नहीं होगा) में निदेशक के एक पद का सृजन
क्रम संख्या
नये एम्स
निर्माण के लिए समय सीमा और विवरण
1
विजय नगर, सांबा, जम्मू
48 महीने- 12 महीने का निर्माण पूर्व चरण, 30 महीने का निर्माण चरण और 6 महीने का स्थिरीकरण/ चालू होने का चरण।
2 अवंतीपुरा, पुलवामा, कश्मीर
72 महीने- 12 महीने का निर्माण पूर्व चरण, 54 महीने का निर्माण चरण और 6 महीने का स्थिरीकरण/ चालू होने का चरण।
3
राजकोट,गुजरात
45 महीने- 10 महीने का निर्माण पूर्व चरण, 32 महीने का निर्माण चरण और 3 महीने का स्थिरीकरण/ चालू होने का चरण।
विवरण
(ए) नये एम्स की स्थापना में अस्पताल, मेडिकल तथा नर्सिंग पाठ्यक्रमों के लिए शिक्षण ब्लॉक, आवासीय परिसर और एम्स नई दिल्ली तथा पीएमएसएसवाई के चरण-1 के अंतर्गत शुरू किए गए 6 नये एम्स की तर्ज पर सुविधाएं/सेवाओं का सृजन शामिल है। उद्देश्य गुणवत्ता संपन्न उच्च श्रेणी की चिकित्सा सेवा, चिकित्सा शिक्षा, नर्सिंग शिक्षा तथा क्षेत्र में शोध संस्थान के रूप में नये एम्स की स्थापना करना है।
(बी)(i) प्रत्येक नये एम्स में 100 स्नातक (एमबीबीएस) सीटें तथा 60 बीएससी(नर्सिंग) सीटें जुड़ेंगी।
(ii) प्रत्येक एम्स में 15-20 सुपर स्पेशिएलिटी विभाग होंगे।
(iii) प्रत्येक एम्स में 750 विस्तर जुड़ेंगे इसमें आपात, अभिघात बिस्तर, आयुष बिस्तर, निजी बिस्तर तथा आईसीयू स्पेशिएलिटी और सुपर स्पेशिएलिटीबिस्तर शामिल होंगे।
(iv) प्रत्येक एम्स में प्रतिदिन लगभग 1500 ओपीडी रोगी और वार्डों में प्रत्येक महीने 1000 मरीजोंकी चिकित्सा की जाएगी।
(v) प्रत्येक एम्स में एक मेडिकल कॉलेज, एक आयुष ब्लॉक, ऑडोटेरियम, नाईट शेल्टर , अतिथि गृह, छात्रावास तथा आवासीय सुविधाएं होंगी।
व्यय :
नये एम्स के निर्माण में धन पोषण पूरी तरह केंद्र सरकार द्वारा किया जाता है। नये एम्स के संचालन और रखरखाव खर्च पूरी तरह केंद्र सरकार द्वारा वहन किए जाएंगे।
नये एम्स की स्थापना से पूंजी परिसंपत्ति बनेगी इसके लिए आवश्यक विशेषज्ञ मानव शक्ति का सृजन 6 नये एम्स की तर्ज पर होगा।
प्रभाव :
नये एम्स की स्थापना से चिकित्सा शिक्षा और प्रशिक्षण में परिवर्तन होगा और क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवा पेशेवरों की कमी दूर होगी।
नये एम्स की स्थापना से आबादी को सुपरस्पेशिएलिटी स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने का दोहरा उद्देश्य पूरा होगा।
इससे क्षेत्र में डॉक्टरों तथा अन्य स्वास्थ्यकर्मियों का एक बड़ा पूल बनेगा जो राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के अंतर्गत प्राथमिक तथा दूसरे स्तर के संस्थानों /सुविधाओं के लिए उपलब्ध होंगे।
रोजगार सृजन
जम्मू और कश्मीर तथा गुजरात में नये एम्स की स्थापना से प्रत्येक एम्स में विभिन्न फैकल्टी तथा गैरफैकल्टी पदों के लिए लगभग 3000 लोगों को रोजगार मिलेगा।
नये एम्स के आसपास शॉपिंग सेंटर, कैंटीन जैसी सुविधाओं के कारण अप्रत्येक्षरोजगार सृजन होगा।
नये एम्स का ढांचा तैयार करने के लिए निर्माण गतिविधियां चलेंगी जिससे निर्माण के चरण में रोजगार का सृजन होगा।
पृष्ठभूमि :
केंद्र की प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना (पीएमएसएसवाई) का उद्देश्य देश के विभिन्न भागों में तृतीय यानी उच्च स्तर की स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता में असंतुलन को ठीक करना और सेवा से वंचित राज्यों में गुणवत्ता संपन्न चिकित्सा शिक्षा के लिए सुविधाओं को मजबूत बनाना है।
जम्मू-कश्मीर में दो एम्स यानी जम्मू क्षेत्र तथा कश्मीर क्षेत्र के लिए एक- एक एम्स की घोषणा प्रधानमंत्री द्वारा 7-11-2015 को प्रधानमंत्री के विकास पैकेज के अंतर्गत की गई थी। गुजरात में एम्स की स्थापना की घोषणा वित्त मंत्री ने 2017-18 के लिए अपने बजट भाषण में की थी।