नेशनल यूथ वीक के दौरान कंफेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री के यंग इंडियनचंडीगढ़ चैप्टर द्वारा आशियाना पब्लिक स्कूल के स्टूडेंट्स के साथ मधुमेहऔर इंटरप्रेन्योरशिप के बारे में चर्चा की। स्टूडेंट्स की यह चर्चायुवाओं को भविष्य के लिए आइडिया और कांसेप्ट को स्पष्ट करने के लिए कीगई। इस दौरान स्टूडेंट्स को वह ढंग भी बताया गया कि किस तरह सेस्टूडेंट्स अपने आइडिया को वित्तीय रूप से बेहतर कर सकते हैं। इस दौरानवर्कशॉप को वनमैड क्रू प्राइवेट लिमिटेड के चीफ आपरेटिंग आफिसर और कोफाउंडर गुरविंदर सिंह ने आयोजित किया। चरचा के दौरान सीआईआई वाईआईट्राईसिटी चैप्टर के चेयर और चैप्टर और मिडास टच एडवाइजर्स के डायरेक्टरअमित चुग शामिल रहे।
गुरविंदर सिंह ने XI और XII के स्टूडेंट्स के साथ चरचा के दौरान लगातार कहा कि एजूकेशनल लाइफ के दौरान स्टूडेंट्स को किसी भी परीक्षा में फेल न होने के लिए दबाव डाला जाता है लेकिन प्रोफेशनल लाइफ में सफलता के लिए उनके लिए जरूरी है कि तेजी के साथ फेल हों। वह तभी सफल बन सकते हैं कि जब तेजी के साथ असफल हों। उन्होंने कहा कि इंटरप्रेन्योर के लिए आवश्यक है कि वह रिसर्च करें और तभी फाइनल काम शुरू करें। उन्होंने स्टीव जाब्स, मार्क जकरबर्ग का उदाहरण दिया। उन्होंने अपना उदाहरण भी दिया कि कैसे वह अपने डायबिटीज के आइडिया के साथ आए। उन्होंने अपनी वेबसाइट और उसकी अप्लीकेशन के बारे में बताया कि वह कैसे डायबिटिक लोगों की मदद करती है। इसमें उन्होंने बताया कि हेल्दी लाइफ स्टाइल के लिए डाइट प्लान सबसे आवश्यक है।
अमित चुग ने कहा कि एसे सेशन स्टूडेंट्स के लिए काफी लाभदायक होते हैं। इससे स्टूडेंट्स का मानसिक विकास तो होता है ही साथ ही उनको इंटरप्रेन्योरशिप के बारे में भी जानकारी मिलती है।