प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में कहा कि न्यू इंडिया एक नियम-आधारित शासन मॉडल है. प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत चौथी औद्योगिक क्रांति में सक्रिय योगदान करने वाला देश है. उन्होंने कहा कि भारत का युवा इसकी सबसे बड़ी ताकत है और सरकार ने अटल टिंकरिंग लैब जैसी कई पहल की है, जहां युवा छात्रों को उन्नत प्रौद्योगिकियों का अनुभव प्राप्त होता है.
एक वेबसाइट को दिए इंटरव्यू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि न्यू इंडिया विवेक-आधारित के बजाय नियम-आधारित शासन मॉडल है, जहां प्रक्रियाएं हैं, न कि वंशावली मायने रखती है. प्रधानमंत्री ने कहा कि वीआईपी युग से देश अब EPI युग की ओर बढ़ गया है, प्रत्येक व्यक्ति महत्वपूर्ण है. सिस्टम सभी के लिए समान हैं क्योंकि कोई विशेष नहीं हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत का युवा देश की सबसे बड़ी ताकत है. उन्होंने कहा कि भारतीय युवा भारत और वैश्विक स्तर पर अद्भुत काम कर रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा कि वह एक ‘युवा शक्ति’ के सपने देखते हैं, जो आत्म-विश्वास से भरी हुई है और बड़ा सोचने की शक्ति रखती है. उन्होंने कहा कि एक ओर जहां आर्थिक रूप से समृद्ध समाज सहित कई राष्ट्र बूढ़े हो रहे हैं, वहीं भारत अपनी युवा शक्ति के कारण युवा हो रहा है.
भारत के विकास में प्रौद्योगिकी की भूमिका पर जोर देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि चौथी औद्योगिक क्रांति में भारत सक्रिय योगदान कर रहा है. भारत के योगदान की प्रकृति और डिग्री दुनिया को आश्चर्यचकित करेगी. उन्होंने कहा कि भारत पहले तीन औद्योगिक क्रांतियों के दौरान चूक गया था, लेकिन चौथी क्रांति एक ऐसी बस है, जिसमें भारत न केवल सवार हुआ है, बल्कि ड्राइव भी करेगा. प्रौद्योगिकी के सक्रिय उपयोग के बिना यह सफल नहीं होगा.
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने विद्यार्थियों को नया सोचने में मदद देने के लिए कई कदम उठाए हैं. इसी क्रम में देशभर के स्कूलों में अटल टिंकरिंग लैब स्थापित की गई हैं. उन्होंने बताया कि यह युवाओं में बढ़ते नवाचार की प्रवृत्ति का ही उदाहरण है कि देश में एक तरफ जहां 2013 एवं 2014 तक मात्र 4,000 ही पेटेंट अर्जित किए गए, वहीं 2017-18 में यह संख्या बढ़कर 13,000 हो गई. इसी तरह ट्रेडमार्क की संख्या में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जो 2013-14 में 68,000 से बढ़कर 2016-17 में 2.5 लाख हो गई है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि महिला सशक्तिकरण की तरफ भी भारत सरकार ने पिछले वर्षों में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं. इस क्रम में उन्होंने मुद्रा योजना को अहम बताया. उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत 14 करोड़ लोगों को ऋण दिए गए, उनमें 10 करोड़ लाभार्थी महिलाएं हैं.