भारत का एक जाबांज सैनिक जिसने ना सिर्फ पाकिस्तान के विमानों को सफ़लतापूर्वक खदेड़ा ही बल्कि पाकिस्तानी युद्धकविमान को मार भी गिराया। इस घटना के बाद भारत ने सफ़लतापूर्वक अपने सैनिक की रिहाई के लिए दबाव बनाया और वजह यही रही कि अभिनंदन की सकुशल वापसी हो पाई।
पूरा देश जिस घड़ी के इंतज़ार में था। वो ख़त्म हुई। अभिनंदन का एक-एक उठता कदम देश की धड़कन थामने वाला था। आखरी एक एक पल ख़ुशी,गर्व और जोश के मिलेजुले भाव से गुज़र रहा था। ये पल पूरी तरह से ख़ुशी में बदला जब पाकिस्तान की सीमा से विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान कदम बढ़ाते हुए भारत की सीमा में दाख़िल हो गए।
भारतीय अधिकारियों ने वतन वापसी पर अभिनंदन को जैसे ही आधिकारिक रूप से रिसीव किया देश में एक जश्न की लहर भी दौड़ गई। भारत का एक जाबांज सैनिक जिसने ना सिर्फ पाकिस्तान के विमानों को सफ़लतापूर्वक खदेड़ा ही बल्कि पाकिस्तानी युद्धकविमान को मार भी गिराया। इस घटना के बाद भारत ने सफ़लतापूर्वक अपने सैनिक की रिहाई के लिए दबाव बनाया और वजह यही रही कि अभिनंदन की सकुशल वापसी हो पाई। शुक्रवार को संभावित वापसी की ख़बर पर पूरा देश जश्न के माहौल में डूबा रहा। विंग कमांडर अभिनंदन की एक झलक पाने के लिये अटारी सीमा पर सैकड़ों की तादाद में लोग सुबह से ही जमा हैं। यही है भारत की ताक़त भी जब पूरा देश खुद ही अपने जाबांज़ो के लिए बिना पल गंवाए एकसूत्र में बंधा अभेद और अडिग ढाल सरीखा खड़ा हो रहता है और देश का हर-एक सैनिक भी देश की निगेहबानी भी अपनी इसी चट्टानी इरादों के साथ करता है।