अम्बादत्त तिवारी : उत्तर प्रदेश जो कि पिछले शासनकाल में कई ऐसे कामों के लिए पूरे भारतवर्ष में जाना गया जिससे एक विशेष समुदाय को लाभ पहुंचाने के लिए सरकार हर काम कर रही थी इसी प्रकार हाल ही में उत्तर प्रदेश देवरिया जिले में एक सरकारी स्कूल को मदरसे की तर्ज पर चलाए जाने का मामला उजागर हुआ है
स्थानीय लोगों का कहना है यह पिछले 10 सालों से चल रहा है जब से योगी सरकार आई है लोगों ने थोड़ी सी हिम्मत जुटाई और इसकी कंप्लेंट की अधिकारियों ने जब स्कूल पर छापा मारा तो वहां पाया गया कि शुक्रवार के दिन स्कूल में छुट्टी थी और स्कूल के सभी कार्य उर्दू में ही किए जा रहे हैं शिक्षा विभाग की टीम को कई ऐसे सनसनीखेज खुलासे हुए हैं और यह भी पता चला है इसी तर्ज पर कुछ और स्कूल भी उत्तर प्रदेश में चल रहे हैं स्कूल के प्रिंसिपल खुर्शीद अहमद को शिक्षा अधिकारियों ने शिक्षा कार्यालय में बुलाया है चक्की उत्तर प्रदेश की कानून के अनुसार सभी सरकारी कार्य हिंदी या अंग्रेजी में ही किए जाते हैं।