देवेंद्र सिंह : मित्रो आप किसी ने जयचंद को नही देखा । पर उसके द्वारा कैसे धोका दिया गया उसे अवश्य ही सुना या पढ़ा होगा। जिसे हिन्दू समाज कभी भी भूल नही सकता। आज की दृष्टि में जयचंद पहचानना आपको आसान हो जाएगा इन बिंदुओं को पढ़कर ।
1) जब – “घूंघट” प्रथा को अभिशाप बोलने वाले, “बुर्के” पे मौन हो जाएँ ।
2) जब -मंदिर से माइक उतारने वाले, मस्जिद के माइक पे मौन हो जाएँ
3) जब -महिलाओ के अधिकारों की बकालत करने वाले, तीन तलाक़ पे मौन हो जाएँ ।
4) जब- वेश्यावृत्ति को दलदल कहने वाले, हलाला, और मुतहा पे मौन हो जाए।
5) जब – कारसेवकों पे गोलियां चलवाने वाले, कश्मीरी पंडितों और सिखों के कत्लेआम पे मौन हो जाए।
6) जब जलीकट्टू को पशु क्रूरता कहने वाले, बकरीद और गौ हत्या पे मौन हो जाएँ।
7) जब – याकूब मेमन, अफ़ज़ल गुरु की ‘well deserving’ फांसी को न्याय की हत्या कहने वाले, सरबजीत सिंह, चमेल सिंह, कृपाल सिंह की हत्या, और कुलभूषण जाधव पे मौन हो जाएँ।
8) जब – अखलाख की हत्या पे चीखने वाले, प्रशांत पुजारी और डॉ नारंग की नृशंस हत्याओं की हत्या पे मौन हो जाएँ।
9) जब – हिन्दू जातिओं को बिबादित कहने वाले, मुस्लिम जातिओं पे मौन हो जाएँ।
10) जब – हिन्दुओं के लिए “एक औरत” कि बकालत करने वाले मुस्लिमो की चार ” चार बीबीओं” पे मौन हो जाएँ ।
तो समझ ले कि दीमक की तरह इस देश को बरबाद करने वालों का क्या करना है…❓❓
यही कारण है कि केवल एक.हिन्दू देश है उसे भी सभी दोगले मिटाने मे लगे है
।।भारत माता की जय।।