जीएसटी के अमल में आने के बाद अर्थव्यवस्था के लिहाज से दामों को काबू में करने की दिशा में काफी मदद मिलेगी।
जीएसटी के अमल में आते ही रोटी, कपड़ा और मकान के साथ साथ अन्य कई जरूरी चीजे खरीदना भी सस्ता हो जायेगा। छोटी गाड़ी और मिनि एसयूवी खरीदना लगभग रु. 45,000 तक सस्ता हो जायेगा। गाड़ी खरीदने पर इस समय 30-44 % तक टैक्स देना होता है लेकिन जीएसटी आने के बाद यह दर 18 % तक रह सकती है।
जीएसटी के लिए यह माना जा रहा है कि अनुमानित अधिकतम दर 18 फीसदी तक हो सकती है। अगर आप होटल या फिर रेस्त्रां में खाना खाते है तो वो भी आपके लिए सस्ता हो जायेगा। अगर आप घर खरीदते है तो जीएसटी के अमल में आने के बाद घर खरीदना आपके लिए सस्ता हो जायेगा। फिलहाल घर खरीदने पर आपको वैट औऱ सर्विस टैक्स जैसे कर देने पड़ते हैं जीएसटी के आने के बाद केवल जीएसटी देना होगा।
जीएसटी के अमल में आने के बाद में एसी, फ्रिज, पंखे, टीवी, वॉशिंग मशीन, ओवन जैसे कंस्यूमर ड्युरेबल आईटम लेना भी सस्ता हो जायेगा दरअसल अभी किसी भी कंज्यूमर ड्यूरेबल आईटम खरीदने पर आपको एक्साईज ड्यूटी देनी होती जो कि 12.5% है साथ ही आपको वैट भी देना होता है जो कि लगभग 14.5 % होता लेकिन जीएसटी के अमल में आने के बाद में आपको केवल एक ही टैक्स देना होगा जो कि अनुमानित है कि 18 फीसदी के आस पास हो सकता है।
ऐसा नही है कि जीएसटी के आने के बाद सभी चीजों के दाम कम हो जायेंगे। ऐसी कई सेवाएं और वस्तु हैं जिसकि किमतें बढ भी जायेंगी। हालांकि जीएसटी आने के बाद में चीजें इसलिए सस्ती नही होंगी क्योंकी टैक्स कम होगा, टैक्स की प्रक्रीया सरल होने से भी कीमते कम होगी।
दायरे से बाहर रखना
राज्यों की चिंताओं को ध्यान में रखते हुए पेट्रोलियम उत्पादों और मादक पेय को फिलहाल जीएसटी के दायरे से बाहर रखा गया है, क्योंकि उन्हें आशंका है कि राजस्व के लिहाज से काफी अहम माने जाने वाले इन उत्पादों के लिए सौदेबाजी नहीं की जा सकती है। व्यापक राजनीतिक सहमति की जरूरत को ध्यान में रखते हुए इन मदों को अब आगामी सुधारों में ही शामिल किया जाएगा।