इतिहास हमेशा विजयी लिखते है, दिल्ली में बाबर रोड है लेकिन राणा सांगा रोड नही है, प्रयागराज इलाहाबाद बना क्योंकि उस वक्त अकबर विजयी था, लेकिन अब हिन्दू एकता विजयी हुई तो इतिहास पलट गया इलाहाबाद वापस प्रयागराज बन गया।
अजित डोभाल का यह वक्तव्य सुने ओर तय करें कि हिंदुत्व को शक्तिशाली बनाना है या विदेशियों को
आज सिर्फ अपनी जाति, अपना घर का न सोच कर देश का सोचे।
हिन्दुओ को यह आजादी मुगलों, अंग्रेजों,कांग्रेस की गुलामी के बाद जो आज मिली है वो थोड़े से मतभेदों के कारण गवानी नहीं है।
अगर कांग्रेस के जमाने मे हिन्दुओ को आजादी मिली होती तो काश्मीर से हिन्दुओ को नहीं भागना पड़ता, इलहाबाद कभी का प्रयागराज होगया होता क्योंकि यह नाम बदलने की मांग 1939 से भारतरत्न महामना मदनमोहन मालवीय जी कर रहे थे।
दोस्तों अगर मोदी और योगी को विजयी देखना चाहते हो तो कांग्रेस को हराना होगा। जो भी यह मैसेज पड़ेगा उसका यह मतलब है कि उसे इंटरनेट, गूगल की जानकारी है और आप मेरी बात का विश्वास न करके नेट पर सर्च करले की किस तरह कांग्रेस ने हमेशा हिन्दुओ को नीचा रखा है अन्य धर्मों के मुकाबले। आजादी के वक्त कश्मीर, केरल,आसाम ,पूर्वोत्तर के राज्य हिन्दू बाहुल्य होते थे लेकिन महज 68 सालो में इन राज्यो में हिन्दू अल्पसंख्यक हो गया है। कांग्रेस राज में ओवेशी ने धमकी दी थी कि सिर्फ 15 मिनट में हिंदुस्तान को हिन्दू विहीन कर दूंगा वो यह धमकी आज क्यों नहीं देता??
दोस्तों मेरी भी कुछ नाराजगी है भाजपा से कुछ मुद्दों को लेकर चाहे वो आरक्षण हो ,चाहे SC/ST एक्ट लेकिन अभी इनसे ज्यादा खतरा हमे इन जेहादियों से है, आज हम कम से कम आजादी की सांस तो ले रहे हैं जबकि अगर आपको थोड़ा बहुत भी याद हो तो हर महीने दो तीन बार आंतकवादी हमले होते थे, हिन्दू त्योहारों में दंगे होते थे, मंदिरों से लाउडस्पीकर हटवा दिए गए थे और भी बहुत कुछ।
देश तो आजाद हुआ था 1947 में लेकिन हिंदुत्व ओर हिन्दू सुंस्कृति को अब आजादी मिलनी शुरू हुई है जैसा कि मैं महसूस कर रहा हूँ। हो सकता है मैं कुछ सेक्युलर लोगो की नजर में गलत होवूं लेकिन उन लोगो की नजर में तो राम भी गलत है और जय श्री राम का नारा भी साम्प्रदायिक हिंसा बढाकने वाला है।
मेरे मन के विचार है जरूरी नहीं कि आप इन्हें माने। लेकिन अगर आपको पसंद आये तो इसे आगे जरूर बढ़ाये ओर हिन्दू धर्म की एकता और अखंडता के लिए कार्य करें।
जय श्री राम, जय श्री परशुराम