बहुत ही दुखद घटना , कश्मीर घाटी में पत्थरबाजी में आर्मी का जवान शहीद हो गया। घटना 25 अक्टूबर शाम 6 बजे अनंतनाग बाईपास ट्राई जंकशन की है। जब क्विक रिस्पांस टीम में शामिल सिपाही राजेंद्र सिंह अपनी टीम के साथ हाईवे-44 से बॉर्डर रोड़्स ऑर्गनाइजेशन की टीम की सिक्योरिटी में वहां से काफिले में गुज़र रहे थे। तभी बिना वहां मौजूद पत्थरबाज़ों के ग्रुप ने काफिले पर पथराव शुरू कर दिया। जिसमें एक पत्थर राजेंद्र के सिर में लगा। राजेंद्र को तुरंत फर्स्ट एड दी गई और पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन देर रात राजेंद्र सिंह शहीद हो गया।
राजेंद्र सिंह पिथौरागढ़ उत्तराखंड़ का रहने वाला था। जिसने साल 2016 में ही आर्मी ज्वाइन की थी। राजेंद्र सिंह के पीछे उसके मां-बाप है। जिनका सहारा पत्थरबाज़ों की आतंक की भेंट चढ़ गया। उत्तराखंड़ के लोगो ने सरकार से पत्थरबाजी में लगे लोगो से सख्ती से निपटने से कहा है , उत्तरांचल उत्थान परिषद् चंडीगढ़ के वरिष्ठ कार्यकर्त्ता डॉ प्रदीप तिवारी ने सरकार से कहा की वह सेना को पत्थरबाजी में सहीद होने के लिए बाध्य न करें , अगर अभी पत्थरबाजी को जवाब उन्ही की तर्ज पर न दिया तो बहुत देर हो जाएगी