फ्रांस सरकार ने कहा, समझौते को पूरा करने के लिए अपना साझेदार चुनने का फैसला पूरी तरह से दसॉल्ट का था, दसॉल्ट ने भी बयान का समर्थन करते हुए कहा भारतीय साझेदार को चुनने का फैसला कंपनी का था।
रफाल लड़ाकू विमान समझौते को लेकर फ्रांस की सरकार और दसॉल्ट एविएशन ने बयान जारी किए हैं। फ्रांस सरकार ने कहा है कि इस समझौते को पूरा करने के लिए अपना साझेदार चुनने का फैसला खुद दसॉल्ट कंपनी का था इसमें सरकार की कोई भूमिका नहीं थी। उधर रफाल बनाने वाली कंपनी दसॉल्ट ने भी बयान जारी कर सरकार के पक्ष की पुष्टि की है।
कंपनी ने कहा है कि भारतीय साझेदार कंपनी को चुनने का फैसला पूरी तरह से उसका ही था और इसमें सरकार का कोई दखल नहीं था। इससे पहले रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा था कि रफाल समझौते में भारतीय साझेदार का चुनाव करने में भारत या फ्रांस सरकार की कोई भूमिका नहीं थी। गौरतलब है कि 23 सितंबर 2016 को भारत और फ्रांस के बीच हुए समझौते के तहत भारत और फ्रांस के बीच 36 राफेल लड़ाकू विमान खरीदने का सौदा हुआ था।