विजय दशमी पर अपने स्थापना दिवस के मौके पर आरएसएस के स्वयंसेवकों की वेशभूषा में आज बहुप्रतीक्षित बदलाव देखने को मिला। अपने गणवेश में 90 साल से शामिल खाकी निकर को छोड़कर स्वयंसेवकों ने भूरे रंग की पैंट के साथ पथ संचालन किया।
पथ संचालन के बाद आरएसएस स्वयंसेवकों ने शस्त्र पूजन किया। संघ ने स्वयंसेवकों के लिए गणवेश में बदलाव को मंज़ूरी दी थी।
इस मौके पर नागपुर की दशहरा रैली को संबोधित करते हुए प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि जिस ढंग से यह सरकार चल रही है, उससे विश्वास होता है कि देश में बदलाव आएगा।
गौरक्षकों पर बोलते हुए आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि गौरक्षकों को कानून के दायरे में रहकर ही गौरक्षा करनी चाहिए। इसके साथ ही मोहन भागवत ने कहा कि गौरक्षा करने वालों को उसके नाम पर उपद्रव करने वालों से अलग करके देखना होगा।
मोहन भागवत ने जम्मू एवं कश्मीर की स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा कि कश्मीर भारत का अविभाज्य अंग है। उन्होंने कहा कि पीओके समेत पूरा कश्मीर भारत का है।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के स्थापना दिव के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी आरएसएस स्वयंसेवकों को शुभकामनाएं दीं।