भ्रष्टाचार, आतंकवाद, कालाधन, जाली नोटों के गोरखधंधे के खिलाफ निर्णायक लड़ाई का ऐलान करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को आश्चर्य में डालते हुए मध्यरात्रि से 500 रुपये और 1,000 रुपये के नोटों के प्रचलन को समाप्त करने की घोषणा की। राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा कि रात 12 बजे से 1,000 रुपये और 500 रुपये के नोट वैध नहीं होंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जल्द ही 2000 रुपये के नोट और 500 के नए डिजाइन के नोटों को चलन में लाया जाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने रिजर्व बैंक के 2000 रुपये के नोटों के सर्कुलेशन का प्रस्ताव स्वीकार किया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में किसी को भी इस फ़ैसले की जानकारी इससे पहले नहीं दी गई थी ताकि गोपनीयता बरकरार रहे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि लोगों को परेशान होने की जरूरत नहीं है, और अगले 50 दिनों तक वो अपने 500 और 1000 के नोटों को बैंक और डाकघर में जमा कर सकते हैं।
पीएम ने कहा कि 10 नवंबर से 24 नवंबर तक 4000 रुपये तक 500 और 1000 के पुराने नोट बदले जा सकेंगे। 25 नवंबर के बाद 4000 की सीमा बढ़ा दी जाएगी। कुछ कारणों से जो लोग 1,000 रुपये और 500 रुपये के नोट 30 दिसंबर तक जमा नहीं करा सकेंगे, वे लोग पहचान पत्र दिखाकर 31 मार्च, 2017 तक नोट बदलवा सकेंगे।
पीएम ने ये भी कहा कि 9 नवंबर को बैंकों में पब्लिक डीलिंग नहीं होगी। यही नहीं कुछ जगहों पर 9 और 10 तारीख को एटीएम भी काम नहीं करेंगे।
हालांकि पीएम ने लोगों की सुविघा के लिए कई कदमों का भी एलान किया है। पीएम ने कहा कि 11 नवंबर की रात्रि 12 बजे तक सभी सरकारी अस्पतालों में पुराने 500 और 1000 रुपये के नोट भुगतान के लिए स्वीकार किए जाएंगे।
11 नवंबर तक पेट्रोल पंप भी 500 और 1000 रुपये के नोट ले सकेंगे। इसी तरह 72 घंटों तक रेलवे के टिकट बुकिंग काउंटर, सरकारी बसों के टिकट बुकिंग काउंटर और हवाई अड्डों पर भी केवल टिकट खरीदने के लिए पुराने नोट मान्य होंगे।
एटीएम से निकासी के लिए भी कुछ पाबंदियां लगायी गयी हैं। 10 नवंबर के बाद प्रतिदिन एक कार्ड से 2,000 रुपये तक निकाले जा सकते हैं। इसके बाद सीमा बढ़ाकर चार हजार रुपये कर दी जाएगी।
सरकार ने ये भी कहा कि 500 और 2000 रुपये के नए नोट जारी किए जाएंगे। इन सबके बीच चेक, डेबिट या क्रेडिट कार्ड से लेन-देन पर कोई असर नहीं होगा।
पीएम ने संबोधन में भरोसा जताया कि देश के सभी राजनीतिक दल, संस्थाएं, समाज और हर वर्ग के लोग इस देश सुधारक काम बढ़-चढ़कर सकारात्मक भूमिका अदा करेंगे। हालांकि पीएम ने कहा कि देश के लिए देश का नागरिक कुछ दिनों के लिए यह कठिनाई झेल सकता है।
ये कहा जा सकता है कि मोदी सरकार सत्ता में आने के बाद से कालेधन के खिलाफ बड़ा कदम उठाती रही है और इस बार उसने जो किया है वो कालेधन के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक से कम नहीं है।