“जब देश में थी दीवाली, वो खेल रहे थे होली…जब हम बैठे थे घरों में, वो झेल रहे थे गोली.. पूरा देश ऐसे वीर जवानों को शत्-शत् नमन करता है” द इंडिया पोस्ट के समस्त लेखक एवं संपादक देश के वीर सपूतों को शत-शत नमन करते हैं , जो भारत माता एवं समस्त भारत वासियों की रक्षा करते हुये हस्ते – हस्ते शहीद हो गये । द इंडिया पोस्ट अपने सभी पाठको से निवेदन करता हे की इस दीपावली पर एक दिया शहीदों के नाम का अवश्य जलाये…. द इंडिय पोस्ट परिवार के समस्त सदस्य भारत के शहीदों के परिवारों के साथ हे ।
‘रोशनी का त्योहार’ दीपावली एक प्राचीन पर्व है जो कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है। पौराणिक मान्यता के अनुसार भगवान राम जब लंका विजय के बाद अयोध्या वापस आए, तो अयोध्या के लोगों ने दीप जलाकर उनका स्वागत किया। तब से आज तक भारतीय प्रति वर्ष यह प्रकाश-पर्व हर्ष व उल्लास से मनाते हैं। यह त्योहार आध्यात्मिक रूप से अंधकार पर प्रकाश की विजय को दर्शाता है।
भारतवर्ष में मनाए जाने वाले सभी त्योहारों में दीपावली का सामाजिक और धार्मिक दोनों दृष्टि से अत्यधिक महत्व है। भारतीयों का विश्वास है कि सत्य की सदा जीत होती है झूठ का नाश होता है। दिवाली यही चरितार्थ करती है- असतो मा सद्गमय, तमसो मा ज्योतिर्गमय।
दोस्तों हमारे जांबाज़ सैनिक आए दिन आतंकियों से लड़ते रहते हैं, ताकि हमारी नींद में ख़लल ना पड़े और हम चैन से सो सकें और कई बार देश की आन ,बान ,शान के लिये कुर्बान भी हो जाते हैं ऐसे महान बलिदानियों के लिये आइये जलाएं एक दीया ।
और हम सब यही कमाना करते हैं की , भारत के सपूत भारत माता की रक्षा करते हुए सुरक्षित रहे , हम सब मिलकर यह कामना करते हैं की पाकिस्तान की जनता अपनी सरकार पर दबाव बनाए और आतंकियों को शरण देना बंद करैं ।
(प्रिय पाठको आप भी देश की सेना के लिए अपना सन्देश हमें अपनी फोटो के साथ मेल कर सकते हैं theindiapost@gmail.com )