राजस्थान के रण में आज जनता-जनार्दन को अपनी अगली सरकार को चुनना है। राजस्थान की सत्ता पर कौन होगा काबिज इसका फैसला आज जनता को वोट डालकर करना है। यहां निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर लिए गए हैं। लोग बड़ी संख्या में पोलिंग बूथ तक पहुंच सके इसके लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं।
राज्य में 199 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए कुल 4 करोड़ 74 लाख 37 हजार 761 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इनमें से 2 करोड़ 47 लाख 22 हजार 365 पुरुष और 2 करोड़ 27 लाख 15 हजार 396 महिला मतदाता है। इनमें से पहली बार मतदान कर रहे युवा मतदाताओं की संख्या 20 लाख 20 हजार 156 हैं। 199 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों से कुल 2274 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। इंडियन नेशनल कांग्रेस से 194, भारतीय जनता पार्टी से 199 उम्मीदवार, बहुजन समाज पार्टी से 189, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से 01, कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया से 16 और कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्कसिस्ट) से 28 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं, इनमें से 2087 पुरुष और 187 महिला उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। महिला सशक्तिकरण को ध्यान में रखते हुए नवाचार के रूप में 259 समस्त महिला प्रबंधित मतदान केन्द्र स्थापित किए जा रहे हैं, जिनमें मतदान दलकर्मी, सुरक्षाकर्मी सभी महिलाएं होंगी। इस बार दिव्यांगजनों द्वारा स्वेच्छा से मतदान कर्मियों के रूप में अपनी सेवाएं देने का आग्रह किया गया है जिसे स्वीकार करते हुए उदयपुर में 2 और नागौर में 01 मतदान केन्द्र ऐसे बनाए जा रहे हैं, जहां सभी मतदानकर्मी दिव्यांगजन होंगे।
राज्य मे कुल 13 हजार 382 संवेदनशील मतदान केन्द्र हैं, जिनमें से 4 हजार 982 मतदान केन्द्रों पर माइक्रो आब्जर्वर, 3 हजार 948 मतदान केन्द्रों पर विडियोग्राफर, 3 हजार 138 मतदान केन्द्रों पर वेबकास्टिंग और 7 हजार 791 मतदान केन्द्रों पर केन्द्रीय सुरक्षा बल की तैनाती की हुई है।