भारत ने फ्रांस से 36 लड़ाकू रफाल विमान खरीदने के समझौते पर आज हस्ताक्षर किए है। नई दिल्ली में रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर और फ्रांस के रक्षामंत्री ज्यां वेस ली ड्रायन की मौजूदगी में समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।
राफेल विमानों का यह सौदा 7.87 अरब यूरो है। इस सौदे पर हस्ताक्षर रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर और भारत की यात्रा पर आए उनके फ्रांसीसी समकक्ष ज्यां यीवल द्रियों ने किए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करीब एक साल पहले अपने फ्रांस दौरे के समय 36 राफेल लड़ाकू विमान खरीदने की भारत की योजना का ऐलान किया था।
इन विमानों की खासियत इसकी बियॉन्ड विजुअल रेंज यानी बीवीआर मेटेअॅर मिसाइल है। बीवीआर मेटेअॅर मिसाइल का मतलब है कि भारतीय वायु सेना देश की भूभागीय सीमा में रहते हुए पाकिस्तान के अंदर और उत्तरी तथा पूर्वी सीमाओं के दूसरी ओर लक्ष्यों को निशाना बना सकती है। कुल 150 किलोमीटर की मारक क्षमता वाला यह रणनीतिक प्रक्षेपास्त्र हवा से हवा में निशाना साध सकता है।
इससे भारतीय वायु सेना को अपने विरोधियों पर भारी पड़ने की क्षमता मिलेगी। राफेल 55 हजार फीट की ऊंचाई से सटीक निशाना लगाने में सक्षम है। राफेल विमान 1 मिनट में 60 हजार फुट की ऊंचाई तक जा सकता है।
यही नहीं इसकी गति 2500 किलीमीटर प्रति घंटे तक जा सकती है। राफेल में 1.30 एमएम की गन है, जो एक बार में 125 राउंड फायर करती है। राफेल खराब मौसम में भी आसानी से उड़ सकता है और ऊंचे पहाड़ी इलाकों में लड़ने में माहिर है। इसमें अत्याधुनिक प्रकार के रडार सिस्टम भी लगे हैं।