भारत की टॉप शटलर पीवी सिंधू ने इतिहास रचते हुए बैडमिंटन महिला एकल मुकाबले में रजत पदक हासिल किया है।
शुक्रवार की शाम हुए फाइनल मुकाबले में सिंधु का मुकाबला विश्व की नंबर-1 खिलाड़ी स्पेन की कैरोलिना मारिन के साथ हुअा। यह मुकाबला 3 सेटों में हुआ, हर सेट में दोनों खिलाड़ियों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली।
पहले सेट में सिंधु ने कैरोलिना को 21-19 से हरा दिया, लेकिन अगले दो मुकाबले कैरोलिना ने 21-12 और 21-15 से अपने नाम कर स्वर्ण पदक जीत लिया।
सिंधु को रजत में ही संतोष करना पड़ा लेकिन भारत के लिए उन्होंने इतिहास रच दिया है। क्योंकि यह भारत का ओलंपिक में बैडमिंटन का पहला रजत पदक है। इससे पहले कोई भी भारतीय खिलाड़ी ओलंपिक के इतिहास में फाइनल में नहीं पहुंचा था।
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, सूचना एवं प्रसारण मंत्री वैंकेया नायडु समेत तमाम बड़े नेताओ ने सिंधु की इस उपलब्धि पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए देश के लिए गर्व का विषय बताया है।
भारतीय कोच पुलेला गोपीचंद पीवी सिंधू के प्रदर्शन से काफी खुश है। गोपीचंद का मानना है कि सिंधू की ये जीत उनकी कड़ी मेहनत और समर्थको की प्रार्थना का फल है।
सिंधु की इस कामयाबी पर पूरे देश में जश्न का माहौल है। मुकाबला शुरु होने से पहले देशभर में प्रार्थनाओं का दौर चला। हर कोई अपने तरीके से सिंधु की जीत की कामना करने में लगा हुआ था।