नरेंद्र मोदी को शनिवार को भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का नेता सर्वसम्मति से चुन लिया गया. संसद के केंद्रीय कक्ष में नवनिर्वाचित सांसदों और वरिष्ठ नेताओं की बैठक में यह चुनाव किया गया. संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद नरेंद्र मोदी ने कहा कि अब हम नई ऊर्जा के साथ, नया भारत बनाने के लिए, एक नई यात्रा शुरू करेंगे. मोदी के नेतृत्व में राजग ने आम चुनाव में बड़ी सफलता हासिल की है, जिसमें सिर्फ भाजपा की 303 सीटें शामिल हैं.
इसी दर्शन के साथ एनडीए के प्रधानमंत्री पद के नेता नरेंद्र दामोदर दास मोदी ने अपनी दूसरी पारी का आगाज किया. सर्वसम्मति से एनडीए संसदीय दल के नेता चुने जाने के बाद अपने संबोधन से पहले नरेंद्र मोदी ने भारत के संविधान को मस्तक झुकाकर नमन किया. इसके बाद एनडीए की बैठक में उन्होंने हर पहलू पर अपनी बातों को बेवाकी से रखा. सभी सदस्यों को धन्यवाद देते हुए नरेंद्र मोदी ने अपनी भाषण में कहा जनता ने उन्हें सेवा भाव के कारण स्वीकार किया है और सत्ता के गलियारे में रहने के बावजूद सत्ता भाव से निर्लिप्त रहने के लिए खुद को तैयार किया है. उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे सेवा भाव प्रबल होगा, सत्ता भाव खत्म होता जाएगा.
उन्होंने कहा 2019 का चुनाव सामाजिक एकता का आंदोलन बन गया था, जिसने लोगों के दिलों को जोड़ने का काम किया. नरेंद्र मोदी ने कहा आम चुनाव ने देश को एक नई ऊंचाई दी जिससे एक नए युग की शुरुआत होगी.
कांग्रेस का नाम लिए बिना नरेंद्र मोदी ने कहा देश के गरीबों की तरह ही अल्पसंख्यकों के साथ भी छल किया गया. उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यकों को डराकर रखने की बजाय उनका विकास किया गया होता, तो राजनीतिक दल वोट बैंक के रूप में उनका इस्तेमाल नहीं कर पाते.
अपने संबोधन में नरेंद्र मोदी ने देश से वीआईपी संस्कृति से बचने की अपील की.
एनडीए सरकार को सभी वर्गो के लिए समर्पित करार देते हुए नरेंद्र मोदी ने पंथ-जाति के आधार पर भेदभाव किए बिना 21वीं सदी में हिंदुस्तान को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का विश्वास व्यक्त किया. ताकि सबका साथ, सबका विकास और अब सबका विश्वास का मंत्र सार्थक हो पाए.