कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है, उन पर 6 बड़े मामले दर्ज हैं इन सभी मामलों में ईडी और आईटी पूछताछ कर रही है और उन्हें इन मामलों के लिय पूर्व में कई सम्मन भी भेजे जा चुके हैं और यह सभी निचली अदालतों में चल रहे हैं , तीन केसों में तो पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम को अंतरिम जमानत भी मिल चुकी है
3 केस में चिदंबरम के साथ उनकी पत्नी नलिनी और बेटे कार्ति और बहू भी आरोपी हैं गौरतलब है कि कार्ति जमानत पर रिहा है ईडी ने चिदंबरम पर मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच तेज कर दी है
पूर्व गृहमंत्री चिदंबरम पर एक बड़ा आरोप आईनेक्स मीडिया को 305 करोड रुपए विदेशी फंड लेने के लिए मदद कराने का है यह मामला 2007 का है जब चिदंबरम भारत के वित्त मंत्री होते थे, यह मामला इंद्राणी मुखर्जी द्वारा सामने लाया गया था जब ईडी उनसे पूछताछ कर रही थी
शारदा चिटफंड मामले में भी चिदंबरम की पत्नी नलिनी के खिलाफ सीबीआई ने शारदा चिटफंड घोटाले में आरोप पत्र दाखिल किया है जिसमें 1.4 को रुपए की रिश्वत लेने का आरोप लगाया हुआ है।
काला धन मामले में भी चिदंबरम की पत्नी बेटे बहू भी आरोपी बनाया गया है इन पर अधिनियम 2015 के तहत आरोप है 2018 में आईटी विभाग द्वारा केस चलाने को मद्रास हाईकोर्ट रद्द कर चुका है।
aircel-maxis सौदा इस सौदे में ₹3500 करोड़ की डील अकेले ही पास कर दी गई थी । जबकि विदेशी निवेश को मंजूरी देने के लिए वित्त मंत्री की सीमा महज 600 करोड रुपए की ही थी । फिर भी उन्होंने ₹3500 करोड़ की डील कैबिनेट समिति की इजाजत के बिना ही पास करवा दी थी । इसमें सीबीआई जांच कर रही है 2006 में मैक्सिस ने एयरसेल से 100% हिस्सेदारी ली थी। गौरतलब है उस वक्त चिदंबरम देश के वित्त मंत्री हुआ करते थे 2G से जुड़े इस केस में चिदंबरम पर हवाला केस दर्ज है।
एविएशन घोटाला 1250 लाख के लाभ का आरोप, चिदंबरम पर एविएशन घोटाले के रूप में लगाया है यह मामला 2007 के समय का है जब चिदंबरम वित्त मंत्री हुआ करते थे और 111 यात्री विमान खरीदे गए थे।
इशरत जहां केस यह बहुचर्चित केस है इस पर चिदंबरम द्वारा हलफनामे में छेड़छाड़ का आरोप लगा हुआ है उनके ऊपर आरोप है कि जब वह गृह मंत्री थे तब उन्होंने हलफनामे में छेड़छाड़ की थी