जबलपुर : मध्य प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा कि वर्तमान समय में समर्थ समाज के निर्माण में महिलाओं की भूमिका प्रमुख है. “माँ और मातृभाषा ही सशक्त राष्ट्र निर्माण का आधार होती है. उस पर अपने घर और समाज दोनों को संस्कारित करने की जिम्मेदारी होती है”. अंग्रेजी शिक्षा के कारण हम अपने संस्कार और संस्कृति से दूर होते चले गए और महिला व पुरूष में भेद का वातावरण पश्चिमी संस्कृति के कारण हमारे बीच आ गया. भारत में वैदिक काल से ही नारी का सम्मान होता रहा है. इनका आदर्श सीता और सावित्री रही हैं. समर्थ महिला ही सशक्त समाज का और सशक्त समाज ही समर्थ राष्ट्र का निर्माण करता है. आनंदी बेन स्थानीय गृह विज्ञान (होम साईंस) कॉलेज के सभागार में सशक्त महिला-समर्थ भारतविषय पर कार्यक्रम में संबोधित कर रही थीं.
इस अवसर पर उपस्थित महामण्डलेश्वर स्वामी श्यामादेवाचार्य महाराज जी ने कहा कि नारी श्रद्धा की प्रतिमूर्ति और परिवार की धुरी है. उसके कारण ही समाज और देश समर्थ बनता है. बालासाहब भाऊराव देवरस सेवा न्यास, कारंजा द्वारा आयोजित कार्यक्रम की प्रस्तावना रेखा चूड़ासमा तथा न्यास की गतिविधियों की जानकारी डॉ. राजकुमार ने दी.
यह न्यास प्रतिवर्ष समाज में निःस्वार्थ भाव से कार्य करने वाले व्यक्तियों का सम्मान कर उनके कार्यों की सराहना और प्रोत्साहन करता है. बालासाहब भाऊराव देवरस सेवा न्यास द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में सेवा रत्न अलंकरण डॉ. पवन स्थापक को प्रदान किया गया, जो दिव्यांगों के लिये काम करने वाली संस्था सक्षम के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं. उनके द्वारा किये जाने वाले सामाजिक और निःस्वार्थ सेवा भाव के कारण राज्यपाल द्वारा सेवारत्न सम्मान से सम्मानित किया गया.
इस अवसर बालासाहब भाऊराव देवरस सेवा न्यास कारंजा की स्मारिका विशेषांक का विमोचन भी किया.