प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2019 की पहली रैली गुरदासपुर में की, कांग्रेस पर साधा निशाना, कहा सिख दंगे के आरोपी को दिया मुख्यमंत्री पद का पुरस्कार, पीएम ने कांग्रेस पर सत्ता में आने के बाद किसानों को धोखा देने का लगाया आरोप
2019 के आगाज साथ पक्ष-विपक्ष की ज़ोर आजमाइश तेज़ हो गई.. साल की पहली झलक दिखी गुरुदासपुर की जनसभा में जहां प्रधानमंत्री के तीखे तेवरों के निशाने पर रही कांग्रेस। कॉरिडोर करतापुर तय हुआ तो कामयाबी आस्था को मिली,लेकिन विपक्ष के बोल राजनीति में बैरी ही रहे। मर्यादाओं से परे राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ा किसी को भी नागवार गुज़रेगा और ये नागवारी प्रधानमंत्री के भाषण में भी दिखी. गुरदासपुर में मौक़ा लोगों से कुछ बाते कहने सुनने की थी।
प्रधानमंत्री के शब्दों के तरकश से बाण और भी चले. घायल होने वालों में दशकों की राजनीति रही. राहत कुछ बेगुनाहों को मिली जिनकी निगाहें बरसों से इंसाफ की ओर टकटकी बांधें देख रही हैं। भारत में नारों की राजनीति पुरानी है 70 में ग़रीबी हटाओ नारा ख़ूब चला- गरीबी भले ही ना हटी हो. नए भारत में देश की सबसे पुरानी पार्टी ने नारों का नया लेबादा ओढ़ लिया। इस बार निशाना किसान हैं और कर्ज़माफी से अच्छा शायद कोई और मुद्दों नहीं हो सकता है।
साल चुनावी है आहट आने लगी है मैदान में पक्ष-विपक्ष होंगे, वार भी होंगे समझना जनता को होगा कि चुनावी रण में कौन महारथी है, जो बागडोर संभाले और नए मुकाम के लिए सफ़र तय कर पाने में सक्षम हो।