प्रधानमंत्री मोदी ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर पश्चिम बंगाल सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि नारदा, सारदा, रोजवैली का चिटफंड घोटाला करने वालों को कानून के दरवाजे तक लाया जाएगा। पीएम ने महागठंबधन को महामिलावट बताते हुए कहा कि देश के लिए नहीं है कोई भी सोच।
प्रधानमंत्री ने जलपाईगुड़ी में 1,938 करोड़ रुपए की राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजना की आधारशिला रखी। परियोजना के पूरे हो जाने पर सलसलाबाड़ी और अलीपुरदुआर से सिलीगुड़ी के बीच सड़क मार्ग से दूरी 50 किलोमीटर घट जाएगी। सिलीगुड़ी तक पहुंचने का रास्ता बेहतर हो जाने से रेल मार्ग और वायु मार्ग तक पहुंच भी सुगम हो जाएगा। इसी के साथ उन्होने इसके साथ ही जलपाईगुड़ी में कलकत्ता उच्च न्यायालय के नए सर्किट बेंच का उद्घाटन किया। उन्होने प.बंगाल की तृणमूल कांग्रेस और वामदल की पूर्ववर्ती सरकार को आड़े हाथों लिया। उन्होने कहा कि 20 साल पहले इस बेंच शुरुआत हुई थी लेकिन राज्य की संवेदनहीन सरकारों को जनता के सरोकार से कुछ लेना-देना नहीं है।
प्रधानमंत्री ने उत्तरी बंगाल के विकास की अनदेखी के लिए राज्य सरकार पर आरोप लगाए। उन्होने कहा कि चाय बगानों के अलावा भी यहां औद्योगिक विकास की असीम संभावनाएं यहां मौजूद हैं लेकिन विकास यहां नहीं हुआ। उन्होने मां-माटी-मानुष की राजनीति करने वाली ममता बनर्जी पर भी निशाना साधा उन्होने कहा कि राज्य में राजनैतिक हत्याओं का दौर चल रहा है। प्रधानमंत्री ने कटाक्ष करते हुए कहा कि दिल्ली जाने की जल्द में राज्य की मुखिया ने जनता को सिंडिकेट के हवाले कर दिया है।
प्रधानमंत्री ने जनता को विश्वास दिलाया कि चिटफंड घोटाले में पाई-पाई का हिसाब होगा। उन्होने कहा कि लोग चाहें जितनी भी कोशिशें कर लें अपराधी,भ्रष्टाचारी क़ानून के शिकंजे से नहीं बचेंगे। साथ ही उन्होने महागठबंधन को महामिलावट करार दिया।