कल वोहरा समाज के सम्मेलन मे मोदी क्या चले गये…हमारे बीच के जाने कितने पराक्रमी योद्धाओं को एकदम से अपच हो गई…लगे मोदी विरोध मे मोदी की कूटनीतियों का विश्लेषण करने….!! जानिए आखिर कौन है वह लोग जो सबसे ज्यादा परेशान हो रहे हैं, इस लेख को पढ़ते ही आप कुहड़ समझ जाओगे की कहानी क्या है , मोदी जी पर भरोसा रखें देश का नव निर्माण होकर रहेगा …!!!
दीन के मजबूत किलेबंदी की जिन्हे जरा भी समझ होगी वो समझेंगे कि दीन एक संगठित मानसिक विचारधारा है…जिसे बम,बंदूक और गोली से हराया भगाया नही जा सकता……. इराक,सीरिया,अफगानिस्तान मे हजारो किलो टन बम गिरा कर देख लिया गया है…!!!
अगर सफल होना है तो दीन के लोटे मे इतने छेद करना होगा कि बर्बर विचारधारा वाला पानी उन छेदों से निकलना शुरू हो जाय….आज तक पूरे विश्व ने केवल इनकी हिंसा का जवाब प्रतिहिंसा करके ही दिया है जिससे ये मजबूत ही हुये है……!!
लेकिन भविष्य दृष्टा मोदी ने ऐसी प्रचंड विचारधारा को केवल चाणक्य के प्रबल चिंतन से पराजित करने का अभियान प्रारम्भ किया है……पहले उनकी एकजुटता मे तीन तलाक़ से चोट किया,वो एकदम से बिलबिला उठे….उस पर टी.वी पर डिबेट होने लगी…कभी भय का वह विषय अब सडक पर बहस का मुद्दा बन गया…….फिर उनमे शिया,सुन्नी,बोहरा,अहमदिया को अलग अलग साधने वाला कार्य….वैसे तमाम और तथ्य देना सार्वजनिक मंच पर उचित नही है फिर भी जानिये कि लोटे मे छेद हो चुका है….!!
ठीक है, मानता हूं कि बहुत से मित्र मुझसे सहमत नही होंगे…..लेकिन जान लीजिये जातिवाद की जो कमी हममे दिखती है…………….!!!
हमसे कहीं ज्यादा उनके बीच मे है….शिया,सुन्नी,अहमदिया,बोहरा,देवबंदी,बरेलवी आदि….उनके पहनावे और बातों मे ही केवल एकता दिखती है…….. बाकी उनके ढ़ोल मे बहुत पोल है और उन्ही ढोलो मे से कुछ को मोदी बजा रहे है तो सुनिये ना… कौन सा नुकसान आपका हो रहा है…..!!
आज नही तो कल समझेंगे अपने मास्टर प्लानर के ऐसे मास्टर स्ट्रोकों को….बस तब तक धीरज धरे रहिये…!!
1400 सालों से दीन पर जुल्म हो रहा है ये सुनता रहा हूं मतलब दीन के धरती पर आते ही जुल्म शुरू हो गया…….इसी जुल्म झेलने वाले भावुक नारे की आड़ मे दीन शांति का लबादा पहन कर चारो तरफ पंजे फैलाता गया………!!!
जरा सोचिये कि दीन जिस देश में पहले पहल घुसता है वहीं दीन पर जुल्म और अत्याचार क्यों शुरू हो जाते हैं….और इस हद तक होते हैं कि वो देश ही एक दिन दीन का हो जाता है……!!!!!!!!!!!!!!!!!
इन अत्याचारों के चलते दीन के अरब से शुरू होकर आज 56 देश हो गए और दीन दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सम्प्रदाय बन गया…..लेकिन दीन ने आज भी अमन का मुखौटा उतारा नही है क्योंकि दुनिया मे अभी बहुत से देश बचे है जिसका अत्याचार इन्हे सहना है…और बाद मे इनका उस देश को सहना होगा…!!!!
मोदी की नीतियों पर प्रश्न उठा कर बुद्धि प्रदर्शित करने वाले बहादुरो….अकल और आंख खोल कर समझिये…… गौर करने की बात तो ये है कि दीन पर जुल्म अभी थमा नहीं है…क्योंकि दुनिया बहुत बडी है…और दीन से बहुत जगह अछूती है…!!
अब दूसरी बात ये आती है कि हम सनातनियों पर 1000 साल से फूल ही तो बरस रहे थे…है ना…कभी समुद्रगुप्त,पुष्यमित्र आदि कि जिस सनातन संस्कृति की पताका पूर्व में कम्बोडिया,इंडोनेशिया से लेकर दक्षिण पश्चिम के अरब व पश्चिम के टर्की तक फहर रही थी वो सिमट कर यहां भारत के कुछ हिस्सों में ही रह गई ….जानते है क्यों??
क्योंकि हमने कभी अपनो को पहचाना ही नही…हम कभी राष्ट्र और धर्म के लिये एक होकर लडे ही नही….इसीलिये तमाम बाहर से आये चिंदीचोरों ने हमको गुलाम बना कर हम पर न केवल शासन ही किये बल्कि हमारी संस्कृति,सभ्यता,अस्मिता और अखंडता पर प्रहार करके हमारी मानसिकता मे कायरता जनित हीनता भर दिये……और हम उस चिंतन से चाह कर नही निकल पाये है…आज भी नही निकल पा रहे है……!!
तभी आज हम अपने कौडी भर के स्वार्थ के लिये अनमोल राष्ट्रहित को दांव पर लगाने मे जरा भी नही हिचकते है….!!!
फिलहाल मोदी जो कर रहे है उन्हे वो करने दीजिये क्योंकि पूरी दुनिया और देश के बड़े बड़े धुरंधरों को भी मोदी की नीति,कूटनीति को समझने मे पसीना आ जा रहा है उसे समझना हमारे आपके बस की बात नही है…..बस इतना जानिये कि जो कुछ भी हो रहा है या होगा ….वह केवल और केवल अपने सनातन राष्ट्र के हित मे ही होगा….!!
*वन्देमातरम्*
(यह लेख भाई श्यामदास साधु जी की फेसबुक वाल से लेकर अपने राष्ट्रवादी पाठको के लिए द इंडिया पोस्ट में प्रकाशित किया गया है )