मुंबई : छात्र हितों के लिए खड़े होना , राष्ट्रीय एवं सामाजिक महत्व के विषयों को ऊपर उठाना और महिलाओं की सुरक्षा से जुड़े विषयों पर प्रतिबद्धता के साथ काम करना ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् की महती भावना रही है , जिसे साकार करती ‘मिशन साहसी’ का भव्य प्रदर्शन मुंबई में संपन्न हुआ | यहाँ उल्लेखनीय है कि इस विशाल एवं भव्य महाप्रदर्शन में मुंबई के विभिन्न महाविद्यालयों से आई हुईं लगभग 7००० से अधिक छात्राओं ने अपने शौर्य का प्रदर्शन किया | महाराष्ट्र के मा. मुख्यमंत्री श्री देवेन्द्र फडनवीस जी , बॉलीवुड अभिनेत्री रवीना टंडन जी , अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्री सुनील आम्बेकर जी , मुख्य प्रशिक्षक ग्रैंडमास्टर शिफूजी शौर्य भारद्वाज और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के राष्ट्रीय महामंत्री श्री आशीष चौहान ने कार्यक्रम में उपस्थित होकर इस महा आयोजन की शोभा बढ़ाई | इस कार्यक्रम में मुंबई में इजरायल के कॉनसल जनरल श्री याकोव फिन्केलस्तीन जैसे अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे |
हाल के समय में हमारे देश में महिलाओं की सुरक्षा का विषय नकारात्मक सुर्ख़ियों का विषय रहा है , जहाँ पारंपरिक रूप से स्त्रीत्व की पूजा की जाती है और मनाया जाता है | अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् अन्य छात्र संगठनों की तरह नारीवाद के नाम पर मोमबत्ती का जुलूस निकालने में विश्वास नहीं करती है | यह एक स्थिति पर विलाप करने जैसा है | हम क्रियान्वयन में विश्वास रखते हैं | चाहे वो महिलाओं को सशक्त बनाने का विषय हो या महिलाओं के लिए लड़ाई लड़ने का विषय हो , अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् ने महिलाओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण देने के परिप्रेक्ष्य में सदैव अपनी जीवंत प्रतिबद्धता दिखाई है | मिशन साहसी में बड़ी मात्रा में मुस्लिम बहनो ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया, यह मुस्लिम बहनो का एक बहुत ही साहसी कदम हें वह रुड़ीवादी सोच को छोड़ रहीं हैं।
मिशन साहसी – निर्भयता का निर्माण ही हमारी इसी महती भावना का परिचायक है | अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् और विद्यार्थी निधि , ग्रैंडमास्टर शिफूजी शौर्य भारद्वाज के कुशल मार्गदर्शन में शिफूजी प्रहार मिशन के साथ अपनी इसी भावना को वास्तविकता में परिवर्तित कर रही है | मिशन साहसी एक ऐसा कदम है जो महिलाओं पर हो रहे शारीरिक हमलों के भय को जड़ से उखाड़ने के क्रम में अतिशय आवश्यक आत्म विश्वास को जन्म देता है | इसका उद्देश्य समाज में महिलाओं के हितों से जुड़े विषयों के प्रति ‘चलता है’ जैसे रवैयों को ख़त्म करना है | हमारा मानना है कि महिलाओं में स्वयं की सुरक्षा करने की ऐसी विशेषता हो , जिससे किसी भी विषम परिस्थिति में उन्हें किसी की सहायता की आवश्यकता न पड़े |
यह मार्शल आर्ट प्रशिक्षकों एवं सुरक्षा विशेषज्ञों द्वारा १४ से २५ आयु वर्ग की महिलाओं को आत्म रक्षा का प्रशिक्षण देने का एक कार्यक्रम है | मिशन साहसी को महिलाओं द्वारा दैनिक दिनचर्या में धमकियों का सामना करना , एक सूनसान सड़क एवं खाली ट्रेन में महिलाओं के होने जैसी स्थितियों को विशेष रूप से ध्यान में रखते हुए अनुकूलित किया गया है | मिशन साहसी के प्रथम प्रशिक्षण शिविर की शुरुआत ८ फरवरी , २०१८ को ठाकुर महाविद्यालय , कांदिवली में हुई , जिसमें लगभग ३००० से अधिक छात्राओं ने बहुत ही उत्सुकता के साथ भाग लिया | इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत मुंबई के चार अन्य सुदूर स्थानों ( के जे सोमैया महाविद्यालय – विद्याविहार , बीपीसीइ प्रांगण – वडाला, मुंबई स्कूल एसोसिएशन ग्राउंड – सीएसटी , एसएनडीटी कैम्पस – जुहू ) में प्रशिक्षण शिविर आयोजित की गई और महानगर मुंबई के कई महाविद्यालयों से आई हुईं छात्राओं को अपेक्षित कौशल प्रदान किया गया |
मंगलवार 6 मार्च , २०१८ को मुंबई की साथ हजार से अधिक युवतियों द्वारा प्राप्त कौशल का भव्य प्रदर्शन हुआ | इस भव्य कार्यक्रम की शुरुआत द्वीप प्रज्ज्वलन और राष्ट्रगान के साथ हुई , उसके बाद संयोजिका प्रेरणा पवार द्वारा मिशन साहसी के पीछे छिपे विचारों पर प्रकाश डाला गया |
लीजेंडरी ग्रैंडमास्टर को सम्मानित करने के बाद मा. मुख्यमंत्री ने एक प्रेरक भाषण दिया , अपने वक्तव्य के दौरान मुख्यमंत्री महोदय ने कहा – “ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के सद्प्रयासों द्वारा छात्राओं को आत्म रक्षा का प्रशिक्षण देने के उद्देश्य से जिस मिशन साहसी कार्यक्रम का शुभारम्भ मुंबई में हुआ है , वह अपने आप में अत्यंत ही सराहनीय है , इसे महाराष्ट्र के कोने – कोने में व्यापक स्तर पर आयोजित किया जाना चाहिए ताकि कुशल प्रशिक्षण के माध्यम से छात्राएं सशक्त हो सकें | ”
प्रदर्शन के द्वितीय चरण के दौरान छात्राओं ने ज्यादातर साथ रहने वाली वस्तुओं यथा – आई कार्ड , पेन / पेन्सिल का उपयोग करते हुए अपने कौशल का प्रदर्शन किया | कुछ छात्राओं ने अपने आनंदमय अनुभव अनुभवों को साझा किया जो उन्होंने प्रशिक्षण के समय महसूस किया था | तत्पश्चात अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के राष्ट्रीय महामंत्री श्री आशीष चौहान जी ने अपने वक्तव्य में कहा कि – “ एबीवीपी की छात्राएं अब विषम परिस्थितियों में असहाय की स्थिति में कड़ी नहीं रहेंगी , अपितु आगे बढ़कर अब प्रतिकार करते हुए करारा जवाब देंगी | ”
सुप्रसिद्ध अभिनेत्री रवीना टंडन ने इस भव्य प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कहा कि – “ इतनी विशाल संख्या में अपनी बहनों – बेटियों द्वारा शौर्य प्रदर्शन देखते हुए मुझमें एक नवीन हिम्मत आ गई है | निश्चित रूप से मिशन साहसी एक बहुत ही अच्छा कदम है | ” उसके बाद ग्रैंड मास्टर शिफूजी शौर्य भारद्वाज ने शानदार भाषण देते हुए मिशन साहसी के बारे में कहा कि – “ जो एक छोटी सी चर्चा से शुरू हुई थी , वो चिंगारी आज बारूद से लगकर ज्वालामुखी में बदल चुकी है | ”
उसके बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्री सुनील आम्बेकर जी ने अपने प्रखर विचारों को साझा करते हुए कहा कि – “ छात्राओं के अन्दर निहित शक्ति को प्रशिक्षण के माध्यम से बाहर लाना ही मिशन साहसी का उद्देश्य है |”
हम सभी जानते हैं कि छात्र समस्याओं और राष्ट्रीय महत्व के विषयों पर लड़ाई लड़ने में उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा समर्पित है | मिशन साहसी की सह संयोजिका साधना यादव ने सभी सहयोगी प्रायोजकों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कृतज्ञता व्यक्ति की और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् की परंपरा के अनुसार राष्ट्रगान के गायन के साथ कार्यक्रम संपन्न हुआ |
यह सोचना गलत होगा कि इस कार्यक्रम का आयोजन सिर्फ बड़े महानगरों में होगा | यह तो अन्य व्यापक कार्यक्रमों की महज एक शुरुआत है , जिसका आयोजन देश के छोटे – बड़े गाँवों , कस्बों और शहरों में भव्यता के साथ किया जाएगा |