सातवें चरण के चुनाव से पहले बीजेपी और ममता बनर्जी में टकराव तेज हो गया है। इजाजत न मिलने के चलते अमित शाह की जाधवपुर की रैली रद्द होने के बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि ममता सरकार घबरा गयी है। वो रैलियां करने से रोक सकती है, लेकिन बीजेपी की विजय यात्रा को नहीं। इस मामले में बीजेपी ने चुनाव आयोग से कदम उठाने को कहा है।
पश्चिम बंगाल के चुनाव के 6 चरणों के दौरान हमने देखा कि बीजेपी और तृणमूल कांगेस के बीच आरोप प्रत्यारोप देखा गया। लेकिन अंतिम चरण तक पहुचे पहुचें बीजेपी या यू कहें अमित शाह और ममता बैनर्जी के बीच तल्खीयां काफी बढ गई है जब अमित शाह को जाधवपुर में रैली करने की इजाजत नहीं मिली। जाधवपुर में हेलिकॉप्टर उतारने की इजाजत न मिलने की वजह से सभा हुई रद्द। जिसने हमलों को और तीखा कर दिया है।
पश्चिम बंगाल में एक ओर जहां आखिरी चरण के चुनाव के लिए प्रचार का काम जोरों पर है तो वहीं दूसरी ओर बीजेपी और तृणमूल के बीच जारी घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है । बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को सोमवार को पश्चिम बंगाल के जाधवपुर में रैली करने की इजाजत नहीं मिली । साथ ही अमित शाह को उनके हेलिकॉप्टर को भी लैंड करने की अनुमति नहीं मिली इसके बाद अमित शाह को जाधवपुर की अपनी रैली रद्द करनी पडी । बाद में जॉयनगर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के तहत आने वाले कैनिंग में एक रैली को संबोधित करते हुए अमित शाह ने हेलीकॉप्टर को उतरने की अनुमति नहीं देने को लेकर तृणमूल सरकार पर निशाना साधा । अमित शाह ने कहा कि ममता सरकार घबराई हुई है । उन्होंने कहा कि तृणमूल मुझे रैलियां करने से रोक सकती है, लेकिन भाजपा की विजय यात्रा नहीं रोक सकती ।
बाद में अमित शाह ने राज्य में कई और रैलियां की और ममता सरकार पर निशाना साधा । उन्होंने ममता बनर्जी को चुनौती दी कि वह ”जय श्री राम” के उद्घोष के लिए उन्हें गिरफ्तार करके दिखाएं।
इस बीच बीजेपी ने भी इस मामले में ममता बनर्जी पर जमकर हमला बोला है । केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता प्रकाश जावड़ेकर ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी आम चुनावों में अपनी आसन्न हार को देखते हुए प्रमुख नेताओं की रैलियों को रोकने और हेलीकाप्टर नहीं उतरने देने जैसी तानाशाहीपूर्ण कार्य कर रही हैं । जावड़ेकर ने कहा कि निर्वाचन आयोग को इस पर संज्ञान लेना चाहिए ।
हालांकि तृणमूल कांग्रेस ने आरोपों को खारिज करते हुए दावा किया कि भाजपा ने कम लोगों के आने की आशंका के कारण रैली रद्द की है। तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी ने कहा,
”आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद हैं। हमारा इससे कोई संबंध नहीं है। उन्होंने रैली खुद रद्द कर दी क्योंकि उन्हें डर था कि रैली में कम लोग आएंगे।
गौरतलब है कि ममता बनर्जी इससे पहले भी भाजपा नेताओं को सुरक्षा का हवाला देते हुए पश्चिम बंगाल में रैली करने और हेलिकॉप्टर की लैंडिंग की इजाजत देने से इनकार कर चुकी हैं। चुनाव प्रचार के दौरान भी दोनों पार्टियों में जोरदार आरोप प्रत्यारोप हो रहे हैं । पीएम मोदी और अमित शाह जहां रैलियों में ममता सरकार पर हमले कर रहे हैं तो ममता भी लगातार पीएम की आलोचना कर रही है । मतदान के दौरान भी दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं में लगातर झडप की खबरें आती रही हैं । रविवार को हुए मतदान के दौरान भी घाटल सीट से भाजपा उम्मीदवार और पूर्व आईपीएस अधिकारी भारती घोष पर भी हमला हुआ । राज्य में बीजेपी के कुछ कार्यकर्ताओं की हत्या भी हुई है जिसका आरोप बीजेपी टीएमसी पर लगाती रही है । कुल मिलाकर राज्य में दोनों पार्टियों की सियासी जंग जारी है और 23 तारीख को तय होगा कि जंग में कौन बाजी मारता है ।