इस दीपावली में पंजाब विश्वविद्यालय के छात्रों ने स्वदेशी के प्रति लोगों को जागरूक करते हुए स्वदेशी दिवाली के कई आयोजन किए आज पंजाब विश्वविद्यालय के विधि विभाग में विद्यार्थी और प्राध्यापकों ने मिट्टी के दीपक प्रज्वलित कर और मिठाइयां बांटकर स्वदेशी और पर्यावरण फ्रेंडली दीपावली का आयोजन किया, इसमें खास बात यह रही की स्वदेशी की मुहिम को बुलंद करते हुए, सारे दीपक चंडीगढ़ की ही कॉलोनी के कुम्हार से लिए गए, विभाग के प्रोफेसरों ने बताया की इस विभाग के आज तक के इतिहास में ऐसा पहली बार है की विधि विभाग के प्रोफेसरों और विद्यार्थियों ने मिलकर इस प्रकार दिए जलाकर और मिठाइयां बांटकर स्वदेशी और पर्यावरण फ्रेंडली दिवाली का आयोजन किया, डॉक्टर अनिल ठाकुर ने कहा की इस तरह मिलकर दीपावली बनाने का उद्देश्य है कि दीपावली जो कि हमारा एक सामाजिक पर्व है, इसे सदियों से समाज के तमाम वर्ग आपस में मिलजुल कर खुशियां बांटकर बनाते हैं, और गुरु और शिष्य जो की भारतीय परंपरा का एक बहुत ही मजबूत हिस्सा है उनका इस प्रकार इकट्ठे भारतीय पर्वों को मनाना बहुत ही अच्छा अनुभव तो है ही अपितु आज के गुरु शिष्य परंपरा में आ रहे विकार को देखते हुए अति आवश्यक भी है और उन्होंने यह भी विश्वास दिलाया कि आगे से इस परंपरा को अनुसरण हर पर्व पर किया जाएगा, इस पर्व के दौरान विधि विभाग के विद्यार्थियों के डॉ रणवीर कौर, डॉ Supinder कौर भी मौजूद रहे, यह बात ध्यान देने योग्य है कि कल 4 नवंबर को यूनिवर्सिटी के उपकुल पति ने स्टूडेंट काउंसिल के साथ मिलकर गांधी भवन के बाहर दीपक प्रज्वलित कर और मिठाइयां बांटकर एनवायरमेंट फ्रेंडली और स्वदेशी दीपावली की मुहिम की यूनिवर्सिटी के इतिहास में पहली बार शुरुआत करी थी और यूनिवर्सिटी के अन्य विभागों दोबारा इस बात को अनुसरण करना एक बहुत ही अच्छा संदेश है