धरती का अध्ययन करने वाले उपग्रह हाइसिस का पीएसएलवी-सी43 से श्रीहरिकोटा से सफल प्रक्षेपण, आठ अन्य देशों के 30 उपग्रह भी किए गए प्रक्षेपित। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने अपने पोलर सैटेलाइट लॉन्च वीइकल यानी पीएसएलवी सी-43 की मदद से आज सुबह भारत के हाइपरस्पेक्ट्रल इमेजिंग सैटलाइट और 8 देशों के 30 अन्य सैटलाइट को प्रक्षेपित किया। इन विदेशी उपग्रहों में 23 अमेरिका से हैं।
हाईसिस उपग्रह मिशन लाइफ के अंतर्गत अनेक फ्रीक्वेंसी के ज़रिए समूची पृथ्वी के चित्र लेगा। इस उपग्रह की अवधि पांच साल से अधिक होगी। यह उपग्रह पूरे विश्व को कवर करेगा और कृषि, वन, भूविज्ञान, पर्यावरण, तटीय क्षेत्र और अंतर्देशीय जल क्षेत्र के बारे में महत्वपूर्ण आंकड़े उपलब्ध कराएगा। हाईपर स्पेक्ट्रल इमेजिंग सैटेलाइट भू अवलोकन उपग्रह है जिसका विकास इसरो ने किया। यह पीएसएलवी-सी43 अभियान का प्राथमिक उपग्रह है।
इसरो की अंतरिक्ष में बड़ी कामयाबी
–इसरो ने खुद का बनाया हाइपरस्पेक्ट्रल इमेजिंग सैटेलाइट किया प्रक्षेपित
–8 देशों के 30 उपग्रहों को किया गया प्रक्षेपित
–इसरो ने पीएसएलवी सी-43 के जरिए उपग्रहों को किया प्रक्षेपित
–हाइपर स्पेक्ट्रल इमेजिंग सैटलाइट से धरती के चप्पे-चप्पे पर नजर रखना आसान
–पृथ्वी पर मौजूद वस्तुओं के 55 विभिन्न रंगों की पहचान में होगी आसानी
–पर्यावरण सर्वेक्षण, फसलों के लिए उपयोगी जमीन के आकलन में होगी आसानी
–तेल और खनिज पदार्थों की खोज में मिलेगी मदद
–हाइपर स्पेक्ट्रल इमेजिंग सैटलाइट से उद्योगों के प्रदूषण पर भी रखी जाएगी नजर