सोनीपत, 27 अगस्त : हरियाणा राज्य उच्चतर शिक्षा परिषद के चेयरमैन प्रो.बी.के.कुठियाला ने कहा कि विदेशों की ज्यादातर स्थानीय एवं बहुराष्ट्रीय कंपनियों के उच्च पदों पर अधिकतर भारतीयों का कब्जा रहा है। इसका मुख्य कारण न केवल भारतीय युवाओं में बेमिशाल प्रतिभा होना है, बल्कि भारतीयों के संघर्षशील व परिश्रमी होने के कारण भी विदेशियों की पहली भारतीय ही रहते हैं।
प्रो.कुठियाला दीनबंधु छोटू राम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय,मुरथल में नवागंतुक विद्यार्थियों के लिए चल रहे इंडक्शन प्रोग्राम के समापन पर बतौर मुख्यातिथि के तौर पर संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमारे देश के युवाओं में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है, यहीं कारण है विदेशों में अधिकतर उच्च पदों पर भारतीय आसीन हैं। जब एक बार बिल गेट्स से पूछा गया कि आपकी कंपनी में भारतीय ज्यादा क्यों हैं तो उन्होंने कहा कि अन्य देश के युवाओं की अपेक्षा भारतीय मेहनती, परिश्रमी,इनोवेटिव, इंटेलिजेंट व विपरीत परिस्थितयों में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले युवा केवल भारतीय हैं, जबकि अन्य देश के युवा विपरीत परिस्थितयों में छोड़कर चले जाते हैं।
प्रो.कुठियाला ने कहा कि इतिहास इस बात का साक्षी रहा है कि जिस देश की जनंसख्या में युवा ज्यादा है तो वहीं राष्ट्र सर्वश्रेष्ठ रहा है। अमेरिका इसका उदाहरण है। वर्तमान समय में विश्व में हमारे देश की जनंसख्या में सबसे ज्यादा युवा हैं। आने वाले समय में भारत देश विश्व का सर्वश्रष्ठ राष्ट्र होगा। उन्होंने कहा कि जी-7 देश के सम्मेलन का सदस्य न होते हुए भी हमारे देश को आमंत्रित किया गया, यह विश्व के धनाडय देशों का भारत के प्रति बदलता दृष्टिकोण है।
प्रो.कुठियाला ने हमारे देश के प्रधानमंत्री ने अमेरिका में जाकर एनआरआई से आह्वान किया कि वे भारत लौट चलें। अगले दिन अमेरिका के एक प्रतिष्ठित समाचार पत्र में लेख प्रकाशित हुआ, जिसमें चिंता व्यक्त की गई थी अगर एनआरआई वापस भारत चले गए तो अमेरिका की स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा जाएंगी, इसके अतिरिक्त उच्च शिक्षा में काफी गिरावट आ जाएगी। उन्होंने एक अन्य उदाहरण देते हुए बताया कि विदेश में भारतीय ट्रैक्टर अन्य देशों की अपेक्षा ज्यादा बिक रहे थे। इसके लिए साऊथ टेक्सास विश्वविद्यालय के प्रबंधन विभाग को रिसर्च प्रोजैक्ट दिया गया कि चाईना व अन्य देशों की अपेक्षा भारतीय ट्रैक्टर ज्यादा क्यों बिक रहे हैं। प्रोजैक्ट के दौरान पता चला कि कृषकों का भारतीयों के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण है। यह माना जाता है कि चाहे आईटी, मैडीसन, मैकेनिक या अन्य क्षेत्र हो, भारतीय सर्वश्रेष्ठ होते हैं।
प्रो.कुठियाला ने नवागंतुक विद्यार्थियों को कहा कि आपको भारतीय होने पर गर्व होना चाहिए। आपको अपनी छवि को वैश्विक पटल पर और बेहतर बनाने का प्रयास करेंगे ताकि आने वाली पीढियां आप पर गर्व कर सकें। उन्होंने कहा कि आपको अपने अच्छे कैरियर के साथ साथ अच्छा जीवन का निर्माण कार्य भी करना चाहिए।
कुलपति प्रो.अनायत ने नवागंतुक विद्यार्थियों से कहा कि आप अपने और अपने अभिभावकों के स्वपन को पूरा करने के लिए विश्वविद्यालय के संसाधनों का सदुपयोग करें। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी पढाई के साथ साथ विश्वविद्यालय द्वारा चलाए जा रहे सांसकृतिक एवं सामाजिक कार्यों में बढचढ कर भाग लें। इंडक्शन प्रोग्राम में सफल बनाने वाले प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र भी प्रदान किए गए। कार्यक्रम के अंत में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.राजेंद्रकुमार अनायत ने हरियाणा उच्च शिक्षा आयोग के चेयरमैन प्रो.बी.के.कुठियाला व बी.आर.अंबेडकर नेशनल लॉ विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो.विनया कपूर को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर रजिस्ट्रार प्रो.अनिल खुराना ने सभी का धन्यवाद किया। इस अवसर पर रजिस्ट्रार प्रो.अनिल खुराना, शैक्षणिक अधिष्ठात प्रो.राजकुमार,जीजेयू के रजिस्ट्रार प्रो.अनिल पूंडीर,एमडीयू के प्रो.वजीर सिंह नेहरा, प्रो.आर.के.सोनी, प्रो.अशोक शर्मा, प्रो.एस.के.ग्रेवाल प्रो.किरण नेहरा, प्रो.सुखदीप सिंह, डा.पवन दहिया,डा.पूनम श्योराण,डा.दिनेश सिंह व डा.ममता भगत आदि उपस्थित थे।