प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नई दिल्ली में ‘पुनरुत्थान के लिए शिक्षा पर अकादमिक नेतृत्व’ पर एक सम्मेलन का किया उद्घाटन, सम्मेलन में 350 से भी अधिक विश्वविद्यालयों के कुलपति और निदेशक हुए शामिल।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दिल्ली में ‘पुनरुत्थान के लिए शिक्षा पर अकादमिक नेतृत्व’ जैसे महत्वपूर्ण विषय पर सम्मेलन का उद्घाटन किया। सम्मेलन में 350 से भी अधिक विश्वविद्यालयों के कुलपति और निदेशक शामिल हुए। माना जा रहा है कि इस सम्मेलन के जरिए देश में उच्च शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार सुनिश्चित करने के लिए एक ठोस योजना उभरकर सामने आएगी। दरअसल, इस सम्मेलन में ऐसे विषयों पर भी विस्तार से चर्चा हो रही है जो शिक्षा प्रणाली के सामने चुनौतियों के तौर पर देखे जाते हैं। इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ज्ञान और शिक्षा सिर्फ किताबी नहीं हो सकते। बल्कि शिक्षा का मकसद व्यक्ति के हर आयाम का संतुलित विकास करना है, जो इनोवेशन के बिना नामुमकिन है।
प्रधानमंत्री ने इस मौके पर शिक्षा के क्षेत्र में स्वामी विवेकानंद के योगदान को याद किया और कहा कि आज भी उनके सिद्धांतों पर अमल किया जा रहा है। पीएम ने कहा कि उच्च शिक्षा हमें उच्च विचार, उच्च आचार, उच्च संस्कार और उच्च व्यवहार के साथ ही समाज की समस्याओं का उच्च समाधान भी उपलब्ध करती है।
इस अवसर पर केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान में विद्यार्थी अहम भूमिका निभा रहे हैं।