प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा आतंकवाद के खिलाफ आ गया है निर्णायक लड़ाई का वक्त, ह्यूस्टन में ‘हाऊडी मोदी’ कार्यक्रम में आतंकवाद के खिलाफ मजबूती से खड़े होने के लिए अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सराहना की, उनके सम्मान में लोगों से खड़े होने का किया आह्वान।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाउडी मोदी कार्यक्रम के मंच पर पहुंचने पर अमेरिकी सेनेटरों ने उनका अभिवादन किया और पीएम ने सभी से हाथ मिलाकर अभिवादन स्वीकार किया।
प्रधानमंत्री ने टेक्सस के ह्यूसटन में आयोजित हाउडी मोदी कार्यक्रम में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप और अमेरिकी कांग्रेस के उपस्थित कई सदस्यों के सामने बिना नाम लिए पाकिस्तान को बेनकाब किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि जिनसे अपना घर तो संभल नहीं रहा है ऐसे लोग भारत के प्रति नफरत और आतंक को बढ़ावा दे रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने आतंक के ख़िलाफ़ अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की लडाई को सराहा।
उन्होने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को हटाने के कदम को विकास के लिए ज़रूरी बताया। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की संसद ने पूरी लोकतांत्रिक प्रक्रिया के साथ अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को हटाया है। उन्होने कहा कि ये भारतीय संसद की जीत ही है जिसने लोगों के विकास के मद्देनज़र फैसला लिया।
उन्होने कहा कि भारत आर्थिक तरक्की के साथ ही साथ सामाजिक समानता और नागरिकों तक हर-एक सुविधाएं पहुंचाने के लिए काम कर रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि ये स्वच्छ भारत जनांदोलन की सफलता है कि 2 अक्टू 2019 को देश खुले में शौच से मुक्त हो जाएगा।
भारत की विविधता में एकता की खूबसूरती को बयां करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत अब 21 वीं सदी का भारत बनने के लिए तैयार है। नए भारत के लिए नीति जनभागीदारी की है और मंत्र सबका साथ सबका विकास है।
प्रधानमंत्री ने पिछले पांच साल के दौरान केंद्र सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों का लेखा-जोखा रखा। उन्होने बताया कि भारत में किस तरह से सामाजिक बदलाव हक़ीक़त बना है। इन पांच सालों में स्वच्छता 38 फीसदी से बढ़कर 98 फीसदी तो वहीं नए गैस कनेक्शन भी 15 करोड़ दिए गए हैं। साथ ही ग्रामीण भारत की नई 2 लाख सड़को का निर्माण हुआ है। प्रधानमंत्री ने कहा कि अगर नागरिकों की मूलभूत ज़रूरतें पूरी होती हैं तो उनके सपने बड़े हो जाते हैं।
डिजिटल इंडिया देश के नागरिकों को सशक्त करने का एक ज़रिया बन चुका है। प्रधानमंत्री ने कहा कि नए बनते भारत में सुशासन से जुड़ी 10 हज़ार से ज़्यादा सर्विस ऑनलाइन हो चुकी हैं। उन्होने कहा कि डेटा नया गोल्ड है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत-अमेरिका की साझेदारी रक्षा से ऊर्जा तक के क्षेत्र में है। प्रगाढ़ होते ये संबंध दोनों देशों के लिए अहम है। उन्होने कहा कि टेक्सस के इस स्टेडियम में इकक्ठे लोगों की संख्या महज एक अर्थमेटिक तक नहीं बल्कि इतिहास है।
विश्व शांति के लिये इस्लामिक आतंकवाद को नष्ट करना होगा। इसके लिये आतंकवाद की पाठशालाओं (मदरसों) में पढ़ाई जाने वाली इस्लामिक शिक्षाओं में आवश्यक संशोधन करना होगा। विश्व में विभिन्न सभ्यताओं के लोग रहते उनको काफ़िर या अविश्वासी कह कर उनका उत्पीडन करके उनके ऊपर अपना धर्म थोपना और ऐसा न करने पर उनकी मृत्यु तक कर देना, क्या अमानवीयता नहीं? इस्लामिक आतंकवाद एक केंसर बन चुका है। इसकी जड़ों को सुखा कर नष्ट करना होगा। इस्लामिक दर्शन व विद्याओं में ढूंढ ढूंढ कर उन पाठों व आयतों को निकालना चाहिये जिनसे घृणा फैलती है। उन सभी पाठों को भी निकालना होगा जो इस्लाम से अलग समुदाय वालों को अविश्वासी व काफ़िर कह कर उनसे शत्रुतापूर्ण व्यवहार को उकसाते है।
हमारे प्रधानमन्त्री मोदी जी निरंतर आतंकवाद के विरुद्ध कार्यरत हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप भी विशेषतौर पर आतंकवाद को “इस्लामिक” कहने में कभी कोई संकोच नही करते। विश्व के अन्य राष्ट्राध्यक्षों को भी मानवता की रक्षार्थ माननीय मोदी जी व माननीय डोनाल्ड ट्रंप को इस्लामिक आतंकवाद को जड़ से समाप्त करने में यथायोग्य सहयोग करना चाहिये।
विनोद कुमार सर्वोदय (गाज़ियाबाद)