नीति आयोग देश के लिए 15 वर्षीय दृष्टिकोण पत्र और इसे क्रियान्वित करने के लिए सात वर्षीय रणनीति और तीन वर्षीय कार्य एजेण्डा तैयार करने के लिए राज्यों के मुख्य सचिवों के साथ बैठक कर रहा है।
यह दृष्टिकोण पत्र 12वीं पंचवर्षीय योजना के बाद अमल में लाया जाएगा। 12वीं पंचवर्षीय योजना अगले वर्ष समाप्त हो रही है। बुनियादी ढांचा क्षेत्र, वाणिज्य, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे परम्परागत क्षेत्रों के साथ ही दृष्टिकोण पत्र में इस बार आंतरिक सुरक्षा और रक्षा जैसे विषयों को भी शामिल किया जाएगा।
अभी तक पंचवर्षीय योजनाओं में ये विषय शामिल नहीं थे। उम्मीद है इस वर्ष के अंत तक दृष्टिकोण को अंतिम रूप दे दिया जाएगा। दृष्टिकोण पत्र की तैयारियों की समीक्षा के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कल नीति आयोग के साथ बैठक करेंगे। विकास के मुद्दे पर वे सरकार के विशेषज्ञों के दल के साथ अपने विचार भी साझा करेंगे।
बैठक के दौरान नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविन्द पनगढि़या ने कहा कि अच्छे मॉनसून से मौजूदा वित्त वर्ष में भारत के सकल घरेलू उत्पाद-जीडीपी में इजाफा हो सकता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि वित्तीय वर्ष 2015-16 के सात दशमलव छह प्रतिशत के मुकाबले इस बार जीडीपी आठ प्रतिशत से भी ज्यादा हो सकती है।