फेसबुक यूजर्स के डेटा लीक मामले को लेकर फेसबुक के संस्थापक मार्क ज़करबर्ग ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए गलती स्वीकार की है। साथ ही ज़करबर्ग ने यूजर्स की प्राइवेसी को बनाए रखने के लिए कुछ कदम उठाए जाने की भी बात कही।
फेसबुक के सीईओ ज़करबर्ग ने सीधे तौर पर कंपनी की गलती स्वीकार करते हुए कहा कि यूजर्स के डेटा की सुरक्षा करने की जिम्मेदारी हमारी है। उन्होंने कहा कि ग्राहकों के डेटा की सुरक्षा करना उनकी जिम्मेदारी है। औऱ अगर वे ऐसा नहीं कर सकते तो उन्हें लोगों के लिए काम करने का हक नहीं है। ज़करबर्ग ने कहा कि यह फ़ेसबुक और उन लोगों के साथ भी विश्वासघात है, जो अपनी जानकारियां हमारे साथ शेयर करते हैं।
जकरबर्ग ने लिखा कि हमने इसको लेकर पहले भी कई कदम उठाए थे, हालांकि हमसे कई गलतियां भी हुईं लेकिन उनको लेकर काम किया जा रहा है। उन्होंने लिखा कि फेसबुक को मैंने शुरू किया था, इसके साथ अगर कुछ भी होता है तो इसकी जिम्मेदारी मेरी ही है। हम अपनी गलतियों से सीखने की कोशिश करते रहेंगे, हम एक बार फिर आपका विश्वास जीतेंगे।
ज़करबर्ग ने अपने पोस्ट में बताया है कि कंपनी ने इस मामले में अभी तक कई कदम उठाए हैं और आगे भी कड़े कदम उठा सकती है। जकरबर्ग ने कैम्ब्रिज एनालिटिका के मामले में अपनी गलती को कबूला है।