मुकेश उपाध्याय, चंडीगढ़ : चंडीगढ़ की एक समाजसेवी संस्था ने एक अनूठी पहल के तहत कारगिल वार में शहीद हुए 527 सैनिकों को सम्मान देने के लिए, चंडीगढ़ के चितकारा इंटरनेशनल स्कूल से “एक पेड़ शहीद के नाम” अभियान की शुरुआत करी, इस अभियान का उद्घाटन करते हुए चंडीगढ़ वन्य एवं प्राणी विभाग के डीसीएफ डॉ. अब्दुल कायम ने किया ।
इस अभियान की शुरुआत शहीद परमवीर चक्र विजेता मनोज कुमार पांडे के नाम का नीम का पौधा लगाकर की, इस मुहिम के संचालक संजीव राणा ने कहा आज मनोज पांडे चितकारा स्कूल में वैसा ही कार्य करेंगे जैसा वह बॉर्डर पर रखे भारत की रक्षा करते थे, उन्होंने कहा बॉर्डर पर वह दुश्मनों से भारत की रक्षा करते थे, इस स्कूल के माध्यम से वह पर्यावरण को बचाने के लिए कार्य करेंगे ।
कैप्टन मनोज पांडे के नाम वाले पेड़ को आर्मी बैंड के साथ मौके तक लाया गया, जिसके बाद सलामी देने के साथ उन पौधों को रोपित किया गया। शहीद गुरसेवक की धर्मपत्नी जसप्रीत कोर ने डॉक्टर अब्दुल कयम के साथ मिलकर परमवीर चक्र मनोज कुमार पांडे के नाम से पौधा लगाया।
डॉ. अब्दुल कायम ने कहा कि देश की रक्षा करते हुए शहीद होने वाले सैनिक पूरे देश के लिए हीरो होते हैं। उनकी गौरवगाथा को शहर देश और दुनिया के सामने रखना हम सबका धर्म है। अपने देश की सुरक्षा के लिए मर मिटने वाले सैनिकों का सम्मान हम सबको करना चाहिए। उन्हीं सैनिकों के सम्मान को बढ़ाने के लिए शुरू किया गया अभियान एक पेड़ शहीद के नाम बेहद ही सराहनीय है।
कार्यक्रम संयोजक अन्नु पसरिचा व स्कूल निदेशक डॉ. नियती चित्कारा ने कहा कि कारगिल में 527 जवान देश की रक्षा करते हुए शहीद हो गए थे। उन्हीं की याद में इस अभियान को शुरू किया गया है, जिसके तहत देश भर में कारगिल के जवानों के नाम से पेड़ लगाए जाएंगे। पूरे सम्मान के साथ संस्थानों में इन पेड़ों को उन्हीं शहीदों का नाम दिया जाएगा। उनकी देखरेख के लिए भी कमेटियां बनाई जाएंगी। उन्होंने बताया कि इन पौधे की जड़ों में कारगिल और पुलवामा में शहीद हुए स्थल की मिट्टी भी डाली जाएगी। एक ईंट शहीद के नाम अभियान के संयोजक संजीव राणा, तेजिंदर सिंह, अजय गांधी, डॉ. अनिल अंग्रीश, कैप्टन क्षितिज शर्मा, अजय टंडन, तेजिंद्रर सिंह मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कार्यक्रम संयोजक अन्नु पसरिचा ने की।