हिसार,19 फरवरी, 2019 : गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, हिसार में मंगलवार को सामाजिक एवं आध्यात्मिक संगठन ‘आर्ट ऑफॅ लिविंग’ तथा इंटरनेशनल ऐसोसिएशन फॉर ह्युमन वैल्यूज सहित कई संस्थाओं के प्रणेता गुरूदेव श्री श्री रवि शंकर जी ने विश्वविद्यालय परिसर से ‘नशामुक्त भारत’ अभियान की शुरूआत भी की। भारत के माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने वीडियो कान्फे्रंसिंग के माध्यम से कार्यक्रम को सम्बोधित किया। इस अवसर पर हरियाणा के माननीय मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल जी भी उपस्थित रहे। विश्वविद्यालय की तरफ से मुख्यमंत्री ने गुरूदेव श्रीश्री रविशंकर जी को डाक्टर ऑफ साईंस की मानद उपाधि देकर सम्मानित किया गया। अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने की। इस अवसर पर हरियाणा राज्य उच्चत्तर शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रो. बी.के. कुठियाला भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम की शुरूआत से पूर्व पुलवामा शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई तथा दो मिनट का मौन रखा गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने कहा कि मैं युवाओं की भलाई के लिए शुरू किए गए इस अभियान के लिए गुरूदेव श्री श्री रवि शंकर जी को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं देता हूं। इस आंदोलन को सभी वर्गों का समर्थन मिल रहा है। उन्होंने कहा कि इस समय विश्व में लगभग तीन करोड़ व्यक्ति नशे की चपेट में हैं। 2000 से 2015 तक नशे के कारण होने वाली मौतों में 60 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि ड्रग लेने वाला व्यक्ति न केवल खुद को बल्कि अपने परिवार को भी जोखिम में डाल रहा है। एचआईवी तथा हेपेटाइटिस-सी जैसी बीमारियां उसे जकड़ लेती हैं। ड्रग से सम्बंध व्यक्ति प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से आतंकवादियों के हाथ मजबूत करता है। ऐसे लोगों को स्पोर्ट करता है जो राष्ट्र को नुकसान पहुंचाते हैं। जिस पैसे से ड्रग खरीदी जाती है। उसी पैसे से हथियार, गोलियां, बम, बारूद और बंदूक खरीदा जाता है और ये हथियार अपने ही सैनिकों पर चलाए जाते हैं। उन्होंने नशे को एक मनोवैज्ञानिक, सामाजिक व चिकित्सीय समस्या बताया। प्रधानमंत्री जी ने कहा कि भारत सरकार ने नशे पर नियंत्रण के लिए नेशनल एक्शन प्लान फॉर ड्रग डिमांड रिडक्शन के नाम से राष्ट्रीय स्तर पर एक योजना तैयार की है। इस योजना के तहत जो युवा नशे की चपेट में आ गए हैं, उनको शिक्षित करने, उनके उपचार व पुर्नवास की व्यवस्था इस योजना के तहत की गई है। योजना 2018 में लागू की गई थी। 2025 को ध्यान में रखकर एक रणनीति तैयार की गई है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि हमारे समाज में गुमराह युवकों को सही रास्ते पर लाने की हिम्मत है। हमारा समाज बड़ी से बड़ी चुनोतियों से निपटा है। इससे भी निपटेगा। प्रधानमंत्री जी ने कहा कि नशामुक्ति के लिए संवाद ज्यादा महत्वपूर्ण है। परिवारजनों को नशा प्रभावित लोगों के साथ संवाद स्थापित करना चाहिए। स्कूलों, महाविद्यालयों व विश्वविद्यालयों में इसके लिए जागरूगकता कार्यक्रम चलाए जाने चाहिएं। इस दिशा में समाज व सामाजिक संस्थाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। उन्होंने कहा कि नशे से दूर रहने के लिए सबसे बड़ा हथियार आत्मविश्वास है। खुद पर विश्वास से मनुष्य बड़ी से बड़ी बाधा को दूर कर सकता है। उन्होंने कहा कि जीवन में सफलता, शांति, परिवार के लिए सुख समृद्धि व राष्ट्र की सुरक्षा के लिए नशे को ना कहें। उन्होंने इस आंदोलन की सफलता के लिए विश्वास व्यक्त किया। गुरूदेव श्री श्री रविशंकर जी ने अपने सम्बोधन में कहा कि नशे से कोई सुख नहीं मिलता, बल्कि परिवार बर्बाद हो जाता है। उन्होंने कहा कि नशा करने वाले बहाना बनाते हैं कि भगवान शिव भी भांग पीते थे। उन्होंने कहा कि भगवान शिव को भांग पीते हुए किसने देखा था। यह गलत धारणा है। भगवान शिव ने तो मानवता की भलाई के लिए जहर पिया था। उन्होंने कहा कि पंजाब व हरियाणा के युवा खेलों व देश की रक्षा में अग्रणीय भूमिका के लिए जाने जाते हैं। अगर यहां का युवा भी नशे में लिप्त होता है तो यह अत्यंत दर्दनाक है। गुरूदेव जी ने कहा कि आर्ट ऑफ लिविंग संस्था ने नशामुक्ति के क्षेत्र में 30 साल तक शोध किया है। 25000 युवाओं को नशामुक्त किया है। उन्होंने बताया कि 10 मार्च को हम हर शहर, स्कूल व गांव में सुबह सात से आठ बजे तक नशामुक्त भारत के लिए पैदल चलेंगे। उन्होंने आह्वान किया कि नशामुक्ति के लिए होने वाले इस जागरूकता कार्यक्रम में अवश्य भाग लें। उन्होंने नशा ना करने तथा ना करने देने की शपथ भी दिलवाई। हरियाणा के मुख्यमंत्री माननीय मनोहर लाल जी ने अपने सम्बोधन में कहा हम यहां एक अत्यंत पवित्र कार्य के लिए एकत्रित हुए हैं। हमारे लिए ख्रुशी की बात है कि गुरू जी ने यहां से इस अभियान की शुरूआत की है। उन्होंने कहा कि ऋषियों तथा संतों ने हमेशा ही समाज का मार्गदर्शन किया है। लेकिन समस्या के समाधान के लिए हम सबको आगे आना होगा। नशा शरीर व मानसिक बर्बादी के साथ साथ धन की बर्बादी भी करता है। नशामुक्त जीवन ही सम्मानजनक जीवन है। नशे से दूर रहने के लिए हम योग साधना भी कर सकते हैं और ईलाज की व्यवस्था भी है। हरियाणा के स्वास्थ्य विभाग ने 61 नशामुक्ति केन्द्र खोले हैं जिनमें 25000 युवाओं को अभी तक नशे से मुक्त किया जा चुका है। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इसके लिए हमारे परिवार व सामाजिक संस्थाओं की जिम्मेदारी भी बनती है कि ये संस्थाएं नशामुक्ति अभियान में अपना योगदान दें। उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश को नशामुक्त करने के लिए कृतसंकल्प है इसके लिए कानून का भी प्रयोग किया जाएगा। नशे के व्यापार में सम्मिलित व्यक्तियों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही होगी। नशीले पदार्थों का कार्य करने वाले देशद्रोही होते हैं और आतंकवादियों की सहायता करते हैं। प्रदेश में स्पेशल टास्क फोर्स बनाई है। इस फोर्स के माध्यम से हजारों लोगों के विरूद्ध मुकदमें दर्ज किए गए हैं। नशीले पदार्थ पकड़े गए हैं तथा नकदी व नशीले पदार्थ जब्त किए गए हैं। उन्होंने ‘युवा जागो-नशा भगाओ’ का नारा भी दिया। उन्होंने नशे के बारे में युवाओं ‘ना करूंगा, न करने दूंगा’ की शपथ भी दिलाई। अभिनेता वरुण शर्मा ने भी इस अवसर पर अपने विचार रखे तथा कहा कि नशामुक्त अभियान समय की मांग है। उन्होंने भी कहा कि यदि कोई ड्रग लेता है तो उससे न केवल खुद की बल्कि पूरे परिवार की बर्बादी है। उन्होंने कहा कि हंसते खेलते जाइए तथा भारत को नशामुक्त बनाईए। उन्होंने खुद भी नशामुक्त की शपथ ली तथा शपथ दिलवाई। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने इस अवसर पर कहा कि यह एक अत्यंत पवित्र संयोग है कि भक्तिकाल के महान संत गुरू रविदास जी के जन्मदिवस के उपलक्ष्य पर आदि पर्यावरणविद तथा महान संत गुरू जम्भेश्वर जी महाराज के नाम पर स्थापित इस विश्वविद्यालय में आज महान संत गुरूदेव श्री श्री रवि शंकर जी ने नशामुक्त भारत अभियान की शुरूआत की है। उन्होंने कहा कि संत युग दृष्टा होते हैं। गुरूदेव जी ने नशे की इस फैलती बीमारी को गम्भीरता से समझा और इसे दूर करने के लिए इस अभियान का उदघोष किया। कुलपति ने विश्वास व्यक्त किया कि गुरूजी की वाणी और संदेश से हरियाणा ही नहीं देशभर के युवाओं में नई शक्ति और ऊर्जा का संचार होगा तथा वे नशामुक्त जीवन जीने की प्रेरणा लेंगे। उन्होंने माननीय मुख्यमंत्री मनोहरलाल जी का स्वागत करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में हरियाणा देश में ही नहीं बल्कि दुनिया में अग्रणी बनने की राह पर है। आज युवाओं के चेहरे पर खुशी है क्योंकि यहां पर बिना किसी भेदभाव के तथा बिना किसी सिफारिश व रिश्वत के हजारों-हजारों युवाओं को रोजगार मिल रहा है। इस कार्यक्रम से पूर्व विश्वविद्यालय के चौधरी रणबीर सिंह सभागार में एक एजुकेटर मीट का आयोजन भी किया गया। हरियाणा के विश्वविद्यालयों के कुलपति, कुलसचिव, महाविद्यालयों के प्राचार्य, स्कूलों के प्रधानाचार्य, विश्वविद्यालय कार्यकारी परिषद व शैक्षणिक परिषद के सदस्य व विश्वविद्यालय के प्रोफैसर उपस्थित रहे। इस अवसर पर गुरूदेव जी ने कहा कि वे अपने अपने शिक्षण संस्थानों को नशामुक्त और अल्कोहल मुक्त परिसर बनाएं। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल जी ने भी इस अवसर पर सम्बोधित किया। हरियाणा राज्य उच्चत्तर शिक्षा परिषद व व्यक्ति विकास केन्द्र के बीच एक मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग हुआ जिस पर प्रो. बी. के. कुठियाला ने हस्ताक्षर किए। इस मीट में हेमा पारिख द्वारा नशामुक्त भारत अभियान के बारे में बताया गया और श्री श्री इंस्टीच्यूट फॉर एंडवांस रिसर्च की एग्सक्युटिव डायरेक्टर दिव्या कांची भोतला ने एक शोध पत्र प्रस्तुत किया। गुरूग्राम के डीसीपी ट्रेफिक हिमांशु गर्ग ने भ्ीा यहां पर अपना सम्बोधन दिया। कार्यक्रम में कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने गुरूदेव श्री श्री रविशंकर जी को तथा हिसार के उपायुक्त अशोक कुमार मीणा ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल को स्मृति चिन्ह् व शॉल भेंट कर सम्मानित किया। प्रसिद्ध गायक पेरी ने नशामुक्त भारत अभियान का थीम सांॅग प्रस्तुत किया। कार्यक्रम से देश भर से लाखों युवा सीधे जुड़े। इस कार्यक्रम में विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों से विद्यार्थी परिषदों के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया। इस कार्यक्रम को देश के 7000 से ज्यादा महाविद्यालयों द्वारा इसे लाइव देखा गया। इस कार्यक्रम का प्रसारण 222.4शह्वह्लह्वड्ढद्ग.ष्शद्व/ह्यह्म्द्बह्यह्म्द्ब पर भी किया गया। मंच संचालन प्रो. मनोज दयाल व श्रीमती धारा ने किया। इस अवसर पर राज्यसभा सांसद लेफ्टिनेंट जनरल डी. पी. वत्स, हिसार के विधायक डा. कमल गुप्ता, प्रसिद्ध कलाकार महाबीर जैन व विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा. अनिल कुमार पुंडीर उपस्थित रहे।