जाने-माने कथावाचक व् ‘अखंड इंडिया मिशन’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष और जाने-माने कथावाचक ठाकुर देवकीनंदन को आगरा पुलिस ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान गिरफ्तार कर लिया। और उन्हें समर्थकों के साथ पुलिस लाइन भेज दिया गया। तथा शाम पांच बजे रिहा कर दिया गया।
चेतन दुबे ने अपनी फेसबुक से बताया की देवकीनंदन जी पर कोई भी केस नही किया गया,धारा 144 लागू थी इसलिए प्रेस कॉन्फ्रेंस रोकी गई थी ,वामपंथियों की अफवाह में न आएं”
पुलिस का कहना है की देवकी नंदन जी ने प्रतिबंध के बावजूद आगरा में प्रवेश किया और प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की। रिहा होने के बाद उन्हें मथुरा के लिए रवाना कर दिया गया। श्री ठाकुर एससी/एसटी ऐक्ट में बदलाव के विरोध में खुलकर बूल रहे हैं और देशव्यापी सवर्ण आंदोलन का मुख्य चेहरा बनकर उभरे हैं।
ठाकुर देवकीनंदन ने पुलिस की कार्यवाही को लोकतंत्र की हत्या बताया है। लोकतंत्र में सभी को अपनी बात रखने का अधिकार है लेकिन पुलिस ने ऐसा नहीं करने दिया। ठाकुर देवकी नंदन और उनके समर्थकों को करीब एक घंटे पुलिस लाइन में बैठाकर रखा गया। कहा जा रहा की लोगो के दबाव के चलते पुलिस ने देर शाम देवकीनंदन को शांति भंग की धारा 151 में मुचलका भरवाकर शाम पांच बजे रिहा कर दिया गया।