बिहार में भी नीतीश-लालू की सरकार लगातार विवादों में घिरती जा रही है। अपराधी राजनेता शहाबुद्दीन की रिहाई का मामला अभी सुलटा भी नहीं है कि लालू यादव के बेटे तेजप्रताप की एक अपराधी के साथ तस्वीर उजागर होने से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए विपक्ष के आरोपों का जवाब देना मुश्किल हो गया है।
पत्रकार राजदेव हत्या कांड के आरोपी मोहम्मद कैफ के आरजेडी के नेता और मॉफिया डॉन शहाबुद्दीन की जेल से रिहाई के वक्त दिखने पर हंगामा थमा भी नहीं था कि अब उसकी तस्वीर लालू यादव के बेटे और बिहार के मंत्री तेज प्रताप के साथ भी सामने आ गई है।
मोहम्मद कैफ उर्फ बंटी एक शार्प शूटर के तौर पर जाना जाता है और पुलिस रिकार्ड के अनुसार वह फरार घोषित है।
मंत्री की अपराधी के साथ तस्वीर उजागर होने से बिहार की सियासत में फिर से भूचाल आ गया। भारतीय जनता पार्टी ने आरोप लगाया है कि बिहार में सुशासन के नाम पर अपराधियों को संरक्षण दिया जा रहा है और यह संरक्षण खुद सरकार दे रही है।
अपने ऊपर लगे आरोपों पर सफाई देते हुए तेजप्रताप यादव ने कहा कि रोजना हजारों लोग उनके साथ फोटो खिंचवाते हैं। तस्वीर में कौन किसके साथ खड़ा है ये हिसाब नहीं रखा जा सकता।
गौरतलब है कि पत्रकार राजदेव की हत्या इसी साल 13 मई को सीवान में हुई थी। इस मामले में शहाबुद्दीन के करीबी माने जा रहे लड्डन मियां की गिरफ्तारी के बाद शहाबुद्दीन का भी नाम आया था और अब जब शहाबुद्दीन आजाद है तो शार्प शूटर साथ दिख रहा है।
उधर, पति की हत्या के आरोपी के शहाबुद्दीन के साथ दिखने पर पत्रकार की पत्नी आशा रंजन ने मांग की कि सरकार कैफ के साथ-साथ शहाबुद्दीन को भी सलाखों के पीछे डाले।
विरोधियों के तमाम आरोपों को देखते हुए नीतीश सरकार अब शहाबुद्दीन पर सख्ती भी कर सकती है। जेडीयू ने संकेत दिया है कि बिहार सरकार सुप्रीम कोर्ट में शहाबुद्दीन की जमानत के खिलाफ प्रशांत भूषण की याचिका का विरोध नहीं करेगी।