पुलवामा हमले में शहीद हुए सैनिकों को अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि
पुलवामा जिले के अवंतिपुरा में आतंकवादियों ने गुरुवार दोपहर सीआरपीएफ के काफिले पर फिदायीन हमला किया. इस हमले में अब तक 42 जवानों के शहीद होने की ख़बर है. यह हमला उस वक्त हुआ जब सीआरपीएफ के जवानों का काफिला जम्मू से श्रीनगर जा रहा था. खबर है कि आतंकवादियों ने विस्फोटकों से लदी कार जवानों से भरी एक बस में दे मारी. जिसके कारण ये विस्फोट हुआ. इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है. 2016 में उरी में हुए आतंकी हमले के बाद यह अब तक का सबसे बड़ा आतंकी हमला है, जिसके तार पाकिस्तान से जुड़े हैं.
पुलवामा हमले ने देश को हिला कर रख दिया है. आतंकवादियों की कायरना हरकत ने देश की सुरक्षा में लगे मां भारती के सपूतों को शहीद कर दिया है. सुबह करीब साढ़े तीन बजे सीआरपीएफ का काफिला जम्मू से निकला था. काफिले को शाम तक श्रीनगर पहुंचना था, लेकिन दोपहर करीब साढ़े तीन बजे श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर अवंतिपुरा इलाके में काफिले पर आतंकी हमला हुआ.
बताया जा रहा है कि अचानक एक कार तेजी से काफिले में घुसी. कार ने सीआरपीएफ जवानों की एक बस को टक्कर मार दी और इसके बाद वहां जोरदार धमाके की आवाज आई. कार धू-धू कर सड़क पर जलने लगी, बस के एक हिस्से में भी आग की लपटें निकलने लगीं. काफिले में शामिल अन्य वाहन तुरंत रुक गए और उनमें सवार जवान जब बाहर निकल रहे थे, तो वहीं एक जगह पोजीशन लिए बैठे आतंकियों ने उन पर गोलियां भी दागी. जवानों ने तुरंत अपनी पोजीशन ले जवाबी फायर किया. बताया जा है कि जवाबी फायरिंग के बाद आतंकी वहां से भाग निकले.
ऐसी आशंका जताई जा रही है कि आईईडी जैसे विस्फोटक से लैस आतंकियों की गाड़ी काफिले से टकराई. विस्फोट में जिस वाहन को नुकसान पहुंचा है, वो सीआरपीएफ की 76वीं बटालियन का था और उसमें 39 लोग सवार थे.
हालात का जायजा लेने के लिए गृहमंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार को श्रीनगर पहुंच रहे हैं. सीआरपीएफ के महानिदेशक भी शुक्रवार को श्रीनगर पहुंच रहे हैं. गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने राज्य के राज्यपाल, सीआरपीएफ के डीजी और गृह सचिव से बात कर हालात की जानकारी ली है. गृह मंत्रालय हालात की निगरानी कर रहा है. पुलिस ने कहा है कि वो पूरे मामले की जांच कर रही है.
जिस काफिले पर हमला हुआ उसके साथ रोड ओपनिंग पार्टी भी थी. काफिले में कुल 78 गाड़ियां शामिल थीं और करीब ढाई हज़ार जवान भी इसमें थे. विस्फोट में कई अन्य वाहनों को भी क्षति पहुंची है. सभी घायल जवानों को उपचार के लिए सेना के अस्पताल में दाखिल कराया गया है.
सुरक्षाबलों ने विस्फोट स्थल के आसपास के इलाके को घेरते हुए तलाशी अभियान चला रखा है. धमाके के बाद अवंतीपोरा से लेकर बीजबेहाड़ा तक हाइवे पर आम वाहनों की आवाजाही को रोक दिया गया है. आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है. यह हमला 2016 में हुए उरी हमले के बाद सबसे भीषण आतंकवादी हमला है.
सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले के बाद देशभर में गुस्सा है और हमले की चौतरफा निंदा हो रही है. उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने हमले की कड़ी निंदा की है. उन्होंने ट्विटर पर लिखा, “पुलवामा में सीआरपीएफ की टोली पर हुए कायराना आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करता हूं. शहीद जवानों को विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं. विश्व समुदाय सीमा पार आतंकवाद को सामरिक रणनीति के रूप में समर्थन देने वाले राष्ट्रों को पहचाने और उन्हें अलग थलग करे. प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों के सरगना को प्रश्रय देने वाले राष्ट्रों को चिह्नित किया जाए.”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी हमले की निंदा करते हुए कहा है कि जवानों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी. पीएम ने ट्वीट किया, “पुलवामा में सीआरपीएफ पर हमला निंदनीय है. मैं इस कायराना हमले की कड़ी निंदा करता हूं. हमारे बहादुर सुरक्षाबलों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा. पूरा देश बहादुर शहीदों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है. घायल जवान जल्द स्वस्थ हों.”
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी हमले की निंदा की है. उन्होंने कहा, “पुलवामा में आज सीआरपीएफ पर हुआ कायराना हमला दु:खी और परेशान करने वाला है. देश की सेवा में अपना जीवन कुर्बान करने वाले सीआरपीएफ के हर जवान को नमन करता हूं. घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं.”
आतंकी हमले को कायराना एवं निंदनीय कृत्य करार देते हुए केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि आतंकवादियों को इस जघन्य कृत्य के लिए कभी नहीं भूलने वाला सबक सिखाया जाएगा. जेटली ने अपने ट्वीट में कहा, ”पुलवामा में सीआरपीएफ पर हमला कायराना और निंदनीय आतंकी कृत्य है. राष्ट्र अपने शहीद सैनिकों को नमन करता है. हम सभी शहीदों के परिवारों के साथ एकजुटता से खड़े हैं. आतंकवादियों को इस जघन्य कृत्य के लिए कभी नहीं भूलने वाला सबक सिखाया जाएगा.”
तमाम राजनीतिक दलों ने भी हमले की निंदा की है. जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला व महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट कर आतंकी हमले की निंदा की है.