के के शर्मा, बीकानेर : एडॉप्ट ए हेरिटेज’ योजना पिछले साल सितंबर में शुरू की गई थी. पर्यटन दिवस के मौके पर राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने इसकी शुरुआत की थी. इसके तहत ऐतिहासिक इमारतों के रखरखाव के लिए ‘मोनुमेंट्स मित्र’ चुने जाते हैं. अभी इस योजना में देश के 100 के करीब ऐतिहासिक इमारतों को शामिल किया गया है. जिसमें ताजमहल, चित्तौड़गढ़ का किला, महरौली पुरातत्व पार्क जैसी धरोहर शामिल हैं. इस योजना के तहत एतिहासिक धरोहरों को रख रखाव के लिए गोद लिया जा सकता है.
एडॉप्ट ए हेरिटेज योजना के तहत ही डालमिया भारत लिमिटेड से पांच साल का अनुबंध किया गया है.
इसके लिए केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय और डालमिया ग्रुप के बीच 25 करोड़ रुपये का करार हुआ है. यानि हर साल डालमिया ग्रुप लाल किले के सौंदर्यीकरण और रखरखाव पर पांच करोड़ खर्च करेगा. इस करार से सरकार को आर्थिक रूप से फायदा होगा क्योंकि सरकार रखरखाव पर होने वाले खर्च से बच जाएगी.
सरकार से हुए समझौते के तहत ‘द डालमिया भारत’ ग्रुप धरोहर का रखरखाव करेगा और उसके चारों ओर के आधारभूत ढांचों का निर्माण करेगा। उसने इसके लिए 5 साल में 25 करोड़ रूपये खर्च करने का वादा किया है। त डालमिया ग्रुप ने 17वीं शताब्दी की इस धरोहर पर 6 महीने के भीतर मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने पर सहमति जताई है। इसमें पेयजल कियोस्क, सड़कों पर बैठने की बेंच लगाना और आगंतुकों को जानकारी देने वाले संकेतक बोर्ड लगाना शामिल है।
सरकार की ‘एडॉप्ट ए हेरिटेज’ स्कीम के तहत लाल किला को डालमिया ग्रुप ने पांच साल के कॉन्ट्रेक्ट पर सिर्फ गोद लिया है. डालमिया ग्रुप लाल किले पर हर साल करीब 5 करोड़ रुपए खर्च करेगा. इसमें लाल किले पर सुविधाएं को बढ़ाने और उसके सुंदरीकरण पर काम किया जाएगा.
‘एडॉप्ट ए हेरिटेज’ स्कीम के तहत सरकार निजी कंपनियों को धरोहर को गोद लेने और उन्हें संभालने के लिए आमंत्रित करती है. अब इसी के तहत पांच साल तक लाल किले के रखरखाव की जिम्मेदारी डालमिया ग्रुप को मिली है. भारत सरकार ने डालमिया ग्रुप से लाल किला और कडपा जिले के गंडीकोटा किले (आंध्र प्रदेश) को लेकर एमओयू साइन किया है.
इस एमओयू के तहत अब डालमिया ग्रुप लाल किले में सुविधाएं बढ़ाने का काम करेगा. जिसमें लोगों के आने जाने, शुद्ध पेयजल, साफ सफाई, सर्विलांस सिस्टम, पर्यटकों के लिए आरामदायक कुर्सियां और उनको बेहतर सुविधाएं प्रदान करने का काम शामिल है. इसके अलावा दिव्यांगों के लिए सुविधाएं बढ़ाने का काम भी होगा.
डालमिया ग्रुप का कहना है कि, उनके द्वारा लाल किले पर सीसीटीवी कैमरे लगवाए जाएंगे. इसके साथ ही पर्यटकों की संख्या बढ़ाने पर भी जोर दिया जाएगा. इसके लिए यहां लाइट और साउंड शो का नियमित तौर पर आयोजन किया जाएगा. साथ ही सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन भी किया जाएगा. कंपनी का कहना है कि वो लाल किले को रात में देखने लायक भी बनाएगा. इसके लिए यहां लाइटों का प्रबंध किया जाएगा और उसी हिसाब से इसकी साज सज्जा की जाएगी.
पर्यटन मंत्रालय की ‘एडॉप्ट ए हेरीटेज’ स्कीम देश भर के 100 ऐतिहासिक स्मारकों पर लागू की गई है. इसमें ताजमहल, कांगड़ा फोर्ट, सती घाट और कोणार्क मंदिर जैसे कई प्रमुख स्थान हैं.
डालमिया भारत लिमिटेड को एडॉप्ट ए हेरीटेज पॉलिसी के तहत लाल किला के रख रखाव की जिम्मेदारी सौंपी गई है न कि बेचा गया है. डालमिया भारत ग्रुप अगले पांच सालों तक लाल किला को बेहतर बनाने का काम करेगा. लाल किले को 25 करोड़ रुपए में बेचने वाला दावा झूठा है सिर्फ भाजपा सरकार को बदनाम करने की साजिश है।