अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करने के साथ-साथ अमेरिका, मेक्सिको, स्विटज़रलैंड, क़तर और अफ़ग़ानिस्तान के साथ भारत के रिश्तों को नई मज़बूती देने के मक़सद से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार की सुबह विदेश यात्रा पर रवाना हो रहे हैं। प्रधानमंत्री की यात्रा का पहला पड़ाव अफ़ग़ानिस्तान होगा और अगले छह दिनों में वह पांच देशों में 40 कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे।
प्रधानमंत्री की इस यात्रा का पहला पड़ाव अफ़ग़ानिस्तान होगा, जहां वह भारत की मदद से तैयार अफ़ग़ानिस्तान-इंडिया फ्रेंडशिप डैम का उद्घाटन करेंगे। इस डैम को बनाने में करीब 1,400 करोड़ रुपये की लागत आई है। इस डैम के पानी से करीब 42 मेगावॉट बिजली पैदा होगी और 75,000 हेक्टेयर ज़मीन की सिंचाई की जा सकेगी।
अपनी यात्रा के दूसरे चरण में प्रधानमंत्री मोदी 4 जून को ही क़तर पहुंचेंगे। क़तर की दो दिवसीय यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री क़तर के अमीर शेख तामिम बिन हमाद अल थानी के साथ व्यापक द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे। इसमें आर्थिक संबंधों को गति देने के लिए विशेष तौर पर हाइड्रोकार्बन क्षेत्र शामिल हैं। प्रधानमंत्री मोदी क़तर में रह रहे 6,30,000 प्रवासी भारतीयों को संबोधित भी करेंगे।
7-8 जून को प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका के दौरे पर होंगे। आगामी यात्रा का मकसद अर्थव्यवस्था, ऊर्जा, पर्यावरण, रक्षा और सुरक्षा जैसे विभिन्न क्षेत्रों में हुई प्रगति का जायजा लेना और भविष्य में आपसी सहयोग को गति तेज़ करना है।
पीएम मोदी अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र को भी संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी इस साल यह सम्मान पाने वाले पहले विदेशी नेता हैं। अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी वहां की प्रमुख कंपनियों के सीईओ के साथ भी बातचीत करेंगे।
अपनी यात्रा के अंतिम पड़ाव में प्रधानमंत्री मोदी मेक्सिको का दौरा करेंगे। मेक्सिको के साथ भारत का आर्थिक संबंध तेज़ी से बढ़ रहा है। इस यात्रा के दौरान स्पेस, ऊर्जा, कृषि, विज्ञान और तकनीक को बढ़ावा देने के मकसद से बातचीत होने की संभावना है।
प्रधानमंत्री मोदी की पांच देशों की यात्रा से ज़ाहिर तौर पर आर्थिक गतिविधि को बढ़ावा मिलेगा और एफडीआई के मोर्चे पर भी भारत को इसका फ़ायदा होगा।
पिछले दो साल में काम से एक दिन या एक पल की भी छुट्टी न लेने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शनिवार से शुरू हो रही अंतरराष्ट्रीय यात्राओं का इस बार का कार्यक्रम भी बेहद व्यस्त रहेगा और छह दिन में 45 घंटों की कमरतोड़ हवाई यात्रा भी रहेगी।
इस बेहद ही अहम और व्यस्त कार्यक्रम के दौरान कई अहम मुलाकातें भी होंगी। प्रधानमंत्री रात की लंबी यात्रा के बाद 10 जून को तड़के स्वदेश लौटेंगे।