मंगलवार को कश्मीर में सीमापार से घुसपैठ की दो कोशिशें की गईं, लेकिन सेना ने उन्हें नाकाम कर दिया और 10 आतंकवादियों को ढेर कर दिया। इस दौरान एक जवान की भी शहीद हो गया।
श्रीनगर में सेना के एक प्रवक्ता ने बताया कि उड़ी और नौगाम सेक्टरों में नियंत्रण रेखा से घुसपैठ की आतंकवादियों की 2 कोशिशों को नाकाम कर दिया गया। इस मुठभेड़ में 10 आतंकवादी मारे बताए जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक 15 आतंकवादियों के एक समूह ने नियंत्रण रेखा के रास्ते भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की कोशिश की थी।
इस बीच उड़ी हमले के बाद सुरक्षा स्थिति का जायजा लेने के लिए गृहमंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में मंगलवार सुबह एक बार फिर उच्चस्तरीय बैठक हुई। बैठक में जम्मू-कश्मीर के मौजूदा सुरक्षा हालात और उड़ी हमले से उपजी चुनौतियों को लेकर चर्चा हुई।
बैठक में सुरक्षा एजेंसियों को घुसपैठ रोकने के लिए हरसंभव कदम उठाने और नियंत्रण रेखा के पास भीतरी इलाकों में आतंकवादियों के खिलाफ आक्रामक अभियान चलाए जाने को लेकर बात हुई।
उधर, गृह मंत्रालय ने आधिकारिक तौर पर उड़ी हमले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंप दी है। एजेंसी ने इस मामले में एक रिपोर्ट भी दर्ज कर मामले की तफ्तीश भी शुरु कर दी है। एनआईए की टीम ने उड़ी में आतंकवादियों से बरामद हथियार और अहम दस्तावेज सेना से हासिल किए।