भारत के कैलाश सत्यार्थी समेत 14 नोबेल पुरस्कार विजेताओं का मानना है कि शिक्षा में निवेश बढ़ाकर बच्चों को शोषण और हिंसा से मुक्ति दिलाई जा सकती है।
अपने-अपने क्षेत्र की इन नामचीन हस्तियों ने विश्व समुदाय और संयुक्त राष्ट्र से बच्चों के लिए अपना खजाना खोलने की अपील की है।
नोबेल पुरस्कार विजेताओं का कहना है कि शिक्षा में निवेश को बढ़ाकर बाल मजदूरी जैसी वैश्विक समस्या से निजात पाई जा सकती है।
बच्चों के लिए खजाना खोलने वाला नोबेल पुरस्कार विजेताओं का यह साझा बयान ओस्लो शिक्षा सम्मेलन के आयोजन से एक दिन पूर्व सोमवार को आया है।
ओस्लो सम्मेलन में शिक्षा के अधिकार से वंचित बच्चों को शिक्षा संपन्न करने को लेकर वैश्विक कार्य योजना तय की जाएगी।
इसके अलावा विद्यालय जा रहे बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए उपाय करने पर भी सम्मेलन में विचार-विमर्श होगा।