नई दिल्ली, 28 मई 2015 : अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चन्द्र प्रकाश कौशिक, राष्ट्रीय कार्यालय मंत्री वीरेश त्यागी, गुजरात प्रदेशाध्यक्ष महेंद्र भाई परमार, गुजरात प्रदेश महामंत्री महेंद्र भाई पटेल, झारखण्ड प्रदेश के महामंत्री ईश्वर चन्द्र गुप्ता, आधुनिक क्रान्तिकारी राणा संग्राम सिंह, वरिष्ठ हिन्दू महासभा कार्यकर्त्ता देवदत्त त्यागी, दिल्ली प्रदेश संगठन मंत्री मिथिलेश कुमार सिंह सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने आधुनिक हिन्दू राष्ट्र के निर्माता स्वातंत्र्य वीर सावरकर की जयंती पर अखंड हिन्दू राष्ट्र के निर्माण के लिए हुंकार भरी. हिन्दू महासभा के केंद्रीय मुख्यालय, हिन्दू महासभा भवन में स्थित प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री कौशिक वीर सावरकर के योगदान और त्याग को याद करके भावुक हो उठे. उन्होंने कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि सावरकर ने बचपन में अपने मां-बाप को खो दिया था जिसके बाद उनके बड़े भाई ने उनकी परवरिश की. पुणे के फर्ग्युसन कॉलेज से बी.ए. करने के पश्चात उन्होंने सन 1857 ई. में लड़े गए पहले भारतीय स्वाधीनता संग्राम पर किताब लिखी, जिसके उपरांत भारतीयों के योगदान को pahchana गया. स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई के दौरान उनकी मुलाकात क्रांतिकारी लाला हरदयाल से हुई जिसके बाद वह कट्टर क्रान्तिकारी बन गये. अपने जीवन काल में उन्हें दो बार आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी. राष्ट्रीय कार्यालय मंत्री वीरेश त्यागी ने वीर सावरकर का सबसे बड़ा योगदान ‘मुस्लिम तुष्टिकरण का विरोध’ करना बताया. आज़ादी के पहले वीर सावरकर महात्मा गांधी और समकक्ष नेताओं को मुस्लिम तुष्टिकरण से दूर रहने को बार-बार कहते रहे, लेकिन कांग्रेसी नेताओं ने सावरकर की एक नहीं सुनी, जिसके कारण देश का बंटवारा तक हो गया. इस दौरान हिन्दू महासभा के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने देश को एक बार पुनः विश्व गुरु बनाने के लिए अखिल भारत हिन्दू महासभा को देश भर में मजबूत बनाने का संकल्प व्यक्त किया.